- दूल्हन ने खुद ही पुलिस को फोन कर अपने होने वाली पति को गिरफ्तार कराया
- नीतीश कुमार की जागरुकता और महिला सशक्तिकरण का दिखने लगा नतीजा
- अब बेटियां नहीं रह गई हैं किसी पर आश्रित, लेने लगी हैं खुद ही निर्णय
अरवलः बिहार में शराबबंदी अब सर चढ़कर बोलने लगा है। महिलाएं और बेटियां अब इतनी जागरुक हो गई हैं कि शादी के मंडप में भी लड़कों से शादी करने से इंकार करने से कोई परहेज नहीं कर रही हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं अरवल जिले के मेहंदिया थाना क्षेत्र का है। एक गांव से पूरे गाजे-बाजे के साथ सज-धज कर बारात निकली थी। बारात में नाच गाना सबका इंतजाम था। बुधवार की शाम छह बजे बारात दाउदनगर के लिए निकल गई। दाउदनगर के एक निजी मैरिज हॉल में शादी की पूरी तैयारी हो चुकी थी। यहां वरमाला हुआ लेकिन इसी वक्त दूल्हे के लड़खड़ाते कदम और हाव भाव को देख दुल्हन ने दूल्हे के गर्दन से माला निकाल लिया और शादी से इनकार कर दिया।
इतना होने के बाद दुल्हन के अडिग रवैये के कारण शादी कराने की सामाजिक पहल भी नाकाम रही। नतीजा ये हुआ कि दूल्हे और बारातियों को शर्मशार होकर वापस लौटना पड़ा। यही नहीं दुल्हन ने मंडप से उतर कर लाल जोड़े कपड़े को फेंकते हुए अपने मोबाइल के माध्यम से पुलिस को सूचना दे दी।
प्रशासन की मौजूदगी में बिना फेरे लिए वापस अपने परिजनों के साथ घर लौट गई। हालांकि दाउदनगर की पुलिस ने समझौता के लिए बहुत प्रयास किया लेकिन दुल्हन का कहना था कि ऐसा पति नहीं चाहिए। इधर गांव के एक शख्स ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दूल्हा नशे में था। उसने शराब पी थी। इसी को लेकर लड़की ने शादी करने से इनकार किया है। आपने कई बार ऐसा सुना या देखा होगा कि बारात आई और किसी न किसी कारण दूल्हे और साथ आए लोगों को बिना दुल्हन के लौटना पड़ा। कई बार दहेज को लेकर ऐसी खबरें आती हैं कि शादी टूट गई तो कई बार कारण कुछ और होता है, लेकिन बिहार के अरवल में दूल्हे ने एक एक गलती की जिससे बाराती भी शर्मसार हो गए। शादी टूट गई और बिन ब्याह के दूल्हे और बाराती को वापस जाना पड़ गया।