–SURENDRA SAGAR
मतदाताओं के सीधे मतदान से मेयर और उप मेयर का चुनाव कराए जाने के सरकार के निर्णय के बाद आरा नगर निगम में मेयर और उप मेयर का चुनाव लड़ने को लेकर चुनाव की तिथि घोषित होने के पूर्व से हीं उम्मीदवारों को लेकर घमासान मचा हुआ है।
आरा नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न वार्डों से मेयर और उप मेयर की दावेदारी को लेकर शहर में होर्डिंग और फ्लैक्स की बाढ़ गई है।
मेयर और उप मेयर का चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले भावी उम्मीदवार अपने अपने तरफ से आरा शहर की सूरत बदलने का दावा कर रहे हैं और मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रहे है किंतु अधिकांश भावी उम्मीदवारों की नगर के विकास को लेकर जनता को दिखाए जाने वाले सपनों में दम नही दिखाई देता।
आरा नगर में स्थित रमना मैदान का सौंदर्यीकरण,नगर की सफाई,शुद्ध पेयजल की व्यवस्था,पार्क का आधुनिकीकरण,मच्छर को भगाने के लिए फॉगिंग मशीन से धुंए का शहर में छिड़काव जैसे कुछ कार्य हैं जिन्हें पूरा करने का वादा करके लोग नगर निगम क्षेत्र की जनता का विश्वास जितने और मेयर और उप मेयर बनने का सपना देख रहे हैं।
आरा नगर निगम क्षेत्र में जनता की बुनियादी और जरूरी सुविधाओं की तरफ शायद ही किसी भावी उम्मीदवारों का ध्यान है।
भोजपुर जिला मुख्यालय आरा न सिर्फ एक नगर है बल्कि आरा एक धार्मिक और शैक्षणिक नगरी भी है।यह स्वास्थ्य,व्यवसाय के लिए भी जिले के लोगों को अपनी तरफ आने को बाध्य करता है।
आरा नगर निगम क्षेत्र में लाखों लोगों का प्रति दिन आना जाना होता है।इस शहर के चारो तरफ नई नई कॉलोनियों और मुहल्लों का विस्तार हो रहा है।आबादी बढ़ रही है।
ऐसे में आरा नगर निगम क्षेत्र में वृहद कार्य योजना पर काम करके ही नगर का विकास किया जा सकता है और नागरिको को बड़े स्तर पर सुविधाएं बहाल की जा सकती है।
आरा नगर निगम के आगामी चुनाव में मेयर और उप मेयर की कुर्सी पर ईमानदार,कर्तव्यनिष्ठ और दृढ़ इच्छाशक्ति से परिपूर्ण उम्मीदवार के चुनाव जीत कर आये बिना नगर के विकास की कल्पना सम्भव नही है।अब तक जितने भी भावी उम्मीदवार नगर के विकास को लेकर अपनी कार्य योजना का अखबारों, अन्य विज्ञापन एजेंसियों,सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर प्रचार कर रहे हैं वह नगर के व्यापक और विस्तृत विकास के लिए काफी नही है और इसे विकास की सोंच के मामले में ऊंट के मुंह मे जीरा की कहावत को चरितार्थ करने वाली बात कही जा सकती है।
दूसरी तरफ आरा नगर निगम के मेयर के चुनाव के लिए उम्मीदवारी को लेकर मचे घमासान के बीच बिना प्रचार प्रसार और होर्डिंग बैनर व फ्लैक्स के एक ऐसे उम्मीदवार भी इन दिनों तेजी से सुर्खियों में आ गए हैं जिनके पास नगर निगम क्षेत्र के विकास को लेकर व्यापक सोंच है।बड़े बड़े कार्यों का रोडमैप है।कई मास्टर प्लान है जिस पर कार्य करके आरा नगर निगम की उन समस्याओं का भी समाधान किया जा सकता है जिन समस्याओं को तो अब तक के सारे मेयर और उप मेयर ने देखा है किंतु समाधान की दिशा में न ही उनकी सोंच विकसित हुई है और न ही उन्होंने इन समस्याओं के समाधान की हिम्मत जुटाई है।
अपनी ईमानदारी,कर्तव्यनिष्ठा,दृढ़ इच्छाशक्ति,मजबूत इरादों के दम पर भोजपुर जिला परिषद का अध्यक्ष रहकर जिले के के विकास को लेकर किये गए कार्यों से भोजपुर की जनता के बीच अपनी गहरी छाप छोड़ने वाले हाकिम प्रसाद आरा नगर निगम के मेयर पद के उम्मीदवार के रूप में इनदिनों सुर्खियों में हैं।पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष हाकिम प्रसाद को आरा नगर की जनता ने सुर्खियों में ला दिया है।स्वयं से भावी उम्मीदवार का होर्डिंग,फ्लैक्स लगाने वालों की श्रेणी में हाकिम प्रसाद शामिल नही हैं लेकिन आरा नगर निगम क्षेत्र की जनता ने उनकी उम्मीदवारी को सुर्खियों में ला दिया है।दरअसल आरा के मतदाताओं ने हाकिम प्रसाद पर मेयर का चुनाव लड़ने का दबाव बना दिया है।
आरा के सम्पूर्ण एवं सर्वांगीण विकास के लिए हाकिम प्रसाद पर जनता का अथाह विश्वास और भरोसा अब हाकिम प्रसाद को मेयर का चुनाव लड़ने को बाध्य कर दिया है।आरा की जनता के बढ़ते दबाव और लगातार मिल रहे समर्थन के बाद मेयर के उम्मीदवार के रूप में हाकिम प्रसाद अब चर्चा में हैं।
हाकिम प्रसाद के प्रति बढ़ते समर्थन और जनता के समर्थन के बढ़ते कारवां की देखते हुए इस संवाददाता ने जब उनसे मेयर के रूप में आरा नगर निगम के विकास को लेकर उनकी सोंच जानने का प्रयास किया तो वास्तव में नगर के विकास को लेकर उन्होंने जो कार्य योजना बताई वह अपने आपमे हर एक भावी उम्मीदवारों की सोंच पर भारी दिखाई दिया।
हाकिम प्रसाद ने बताया कि आरा बक्सर राष्ट्रीय राजमार्ग के उत्तरी दिशा और बांध के बीच के क्षेत्र में चंदवा से लेकर बिंद टोली तक के इलाके में बरसात का पानी निकालने और उसे गांगी नदी में गिराने के बजाय नहर में गिराने के लिए व्यापक कार्य योजना पर कार्य करेंगे।
उन्होंने बताया कि बरसात के दिनों में पूरे आरा शहर का नाले का पानी आरा बक्सर राष्ट्रीय राजमार्ग और बांध के बीच एकत्रित हो जाता है और गांगी नदी में बाढ़ के पानी के बढ़ने से सल्यूईस गेट बंद हो जाने के बाद इन इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन जाती है।
इन इलाकों में अब कई कॉलोनियां अपना व्यापक आकार ले चुकी हैं और हजारों की आबादी बरसात के दिनों में पानी मे डूब जाती है और नारकीय जिंदगी जीने को मजबूर होती है।
अगर इन इलाकों में बरसात की एकत्रित पानी को बांध के किनारे से मोड़कर आगे नहर में गिरा दिया जाय तो आरा की बड़ी आबादी पानी मे डुबने से बच जाएगी।आरा के तरी के इन इलाकों के लोगों को बड़ी राहत देने के लिए मेयर बने तो प्राथमिकता के आधार पर वे इस काम को करेंगे।
अन्य भावी उम्मीदवारों के पास इतनी बड़ी समस्या के समाधान के लिए कोई कार्य योजना नही है।
हाकिम प्रसाद बताते हैं कि आरा नगर में गांव देहात से बाजार करने,पढ़ाई करने,इलाज कराने और अन्य कार्यो से आने वाले लोगों और नगर के नागरिको की सुविधा के लिए जगह जगह और हर एक इलाके में पक्का एवं आधुनिक शौचालय बनाएंगे और राजधानी दिल्ली की तर्ज पर जन सुविधाएं बहाल करेंगे।
हाकिम प्रसाद बताते हैं कि अतिक्रमण को हटाकर शहर की सड़कों एवं बाजारों को चौड़ा करेंगे और आरा की जनता की सुविधा की बहाली को लेकर कोई भेद भाव और किसी तरह का समझौता नही करेंगे।
आरा नगर निगम क्षेत्र में ईमानदारी से शत प्रतिशत सफाई कर्मियों को सड़क पर उतारेंगे और नगर को चकाचक बनाएंगे।
वे बताते हैं कि आरा नगर की सफाई के लिए रात्रि प्रहर कचरा उठाने वाली गाड़ियों को सड़क पर उतारेंगे और सुबह होने के पहले आरा नगर की सफाई पूरा करा लेंगे।
आरा नगर निगम क्षेत्र से निकलने वाले कचरे को सड़कों के किनारे फेंकने पर प्रतिबंध लगाएंगे और कचरा फेंकने के लिए स्थल का चयन कर वहां कचरा प्रबंधन की व्यवस्था करेंगे।
कचरे से खाद व अन्य सामग्रियों का निर्माण कराएंगे और इसे बहु उपयोगी बनाएंगे।
हाकिम प्रसाद ने आरा नगर निगम में विकास की रौशनी फैलाने और नागरिको की समस्याओ का समाधान कर सुविधाएं बहाल करने की कई कार्य योजना पर विस्तार से बातचीत की और कहा कि मेयर बना तो आरा नगर की सूरत बदल कर रख दूंगा।
- के सीधे मतदान से मेयर और उप मेयर का चुनाव कराए जाने के सरकार के निर्णय के बाद आरा नगर निगम में मेयर और उप मेयर का चुनाव लड़ने को लेकर चुनाव की तिथि घोषित होने के पूर्व से हीं उम्मीदवारों को लेकर घमासान मचा हुआ है।
आरा नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न वार्डों से मेयर और उप मेयर की दावेदारी को लेकर शहर में होर्डिंग और फ्लैक्स की बाढ़ गई है।
मेयर और उप मेयर का चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले भावी उम्मीदवार अपने अपने तरफ से आरा शहर की सूरत बदलने का दावा कर रहे हैं और मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रहे है किंतु अधिकांश भावी उम्मीदवारों की नगर के विकास को लेकर जनता को दिखाए जाने वाले सपनों में दम नही दिखाई देता।
आरा नगर में स्थित रमना मैदान का सौंदर्यीकरण,नगर की सफाई,शुद्ध पेयजल की व्यवस्था,पार्क का आधुनिकीकरण,मच्छर को भगाने के लिए फॉगिंग मशीन से धुंए का शहर में छिड़काव जैसे कुछ कार्य हैं जिन्हें पूरा करने का वादा करके लोग नगर निगम क्षेत्र की जनता का विश्वास जितने और मेयर और उप मेयर बनने का सपना देख रहे हैं।
आरा नगर निगम क्षेत्र में जनता की बुनियादी और जरूरी सुविधाओं की तरफ शायद ही किसी भावी उम्मीदवारों का ध्यान है।
भोजपुर जिला मुख्यालय आरा न सिर्फ एक नगर है बल्कि आरा एक धार्मिक और शैक्षणिक नगरी भी है।यह स्वास्थ्य,व्यवसाय के लिए भी जिले के लोगों को अपनी तरफ आने को बाध्य करता है।
आरा नगर निगम क्षेत्र में लाखों लोगों का प्रति दिन आना जाना होता है।इस शहर के चारो तरफ नई नई कॉलोनियों और मुहल्लों का विस्तार हो रहा है।आबादी बढ़ रही है।
ऐसे में आरा नगर निगम क्षेत्र में वृहद कार्य योजना पर काम करके ही नगर का विकास किया जा सकता है और नागरिको को बड़े स्तर पर सुविधाएं बहाल की जा सकती है।
आरा नगर निगम के आगामी चुनाव में मेयर और उप मेयर की कुर्सी पर ईमानदार,कर्तव्यनिष्ठ और दृढ़ इच्छाशक्ति से परिपूर्ण उम्मीदवार के चुनाव जीत कर आये बिना नगर के विकास की कल्पना सम्भव नही है।अब तक जितने भी भावी उम्मीदवार नगर के विकास को लेकर अपनी कार्य योजना का अखबारों, अन्य विज्ञापन एजेंसियों,सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर प्रचार कर रहे हैं वह नगर के व्यापक और विस्तृत विकास के लिए काफी नही है और इसे विकास की सोंच के मामले में ऊंट के मुंह मे जीरा की कहावत को चरितार्थ करने वाली बात कही जा सकती है।
दूसरी तरफ आरा नगर निगम के मेयर के चुनाव के लिए उम्मीदवारी को लेकर मचे घमासान के बीच बिना प्रचार प्रसार और होर्डिंग बैनर व फ्लैक्स के एक ऐसे उम्मीदवार भी इन दिनों तेजी से सुर्खियों में आ गए हैं जिनके पास नगर निगम क्षेत्र के विकास को लेकर व्यापक सोंच है।बड़े बड़े कार्यों का रोडमैप है।कई मास्टर प्लान है जिस पर कार्य करके आरा नगर निगम की उन समस्याओं का भी समाधान किया जा सकता है जिन समस्याओं को तो अब तक के सारे मेयर और उप मेयर ने देखा है किंतु समाधान की दिशा में न ही उनकी सोंच विकसित हुई है और न ही उन्होंने इन समस्याओं के समाधान की हिम्मत जुटाई है।
अपनी ईमानदारी,कर्तव्यनिष्ठा,दृढ़ इच्छाशक्ति,मजबूत इरादों के दम पर भोजपुर जिला परिषद का अध्यक्ष रहकर जिले के के विकास को लेकर किये गए कार्यों से भोजपुर की जनता के बीच अपनी गहरी छाप छोड़ने वाले हाकिम प्रसाद आरा नगर निगम के मेयर पद के उम्मीदवार के रूप में इनदिनों सुर्खियों में हैं।पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष हाकिम प्रसाद को आरा नगर की जनता ने सुर्खियों में ला दिया है।स्वयं से भावी उम्मीदवार का होर्डिंग,फ्लैक्स लगाने वालों की श्रेणी में हाकिम प्रसाद शामिल नही हैं लेकिन आरा नगर निगम क्षेत्र की जनता ने उनकी उम्मीदवारी को सुर्खियों में ला दिया है।दरअसल आरा के मतदाताओं ने हाकिम प्रसाद पर मेयर का चुनाव लड़ने का दबाव बना दिया है।
आरा के सम्पूर्ण एवं सर्वांगीण विकास के लिए हाकिम प्रसाद पर जनता का अथाह विश्वास और भरोसा अब हाकिम प्रसाद को मेयर का चुनाव लड़ने को बाध्य कर दिया है।आरा की जनता के बढ़ते दबाव और लगातार मिल रहे समर्थन के बाद मेयर के उम्मीदवार के रूप में हाकिम प्रसाद अब चर्चा में हैं।
हाकिम प्रसाद के प्रति बढ़ते समर्थन और जनता के समर्थन के बढ़ते कारवां की देखते हुए इस संवाददाता ने जब उनसे मेयर के रूप में आरा नगर निगम के विकास को लेकर उनकी सोंच जानने का प्रयास किया तो वास्तव में नगर के विकास को लेकर उन्होंने जो कार्य योजना बताई वह अपने आपमे हर एक भावी उम्मीदवारों की सोंच पर भारी दिखाई दिया।
हाकिम प्रसाद ने बताया कि आरा बक्सर राष्ट्रीय राजमार्ग के उत्तरी दिशा और बांध के बीच के क्षेत्र में चंदवा से लेकर बिंद टोली तक के इलाके में बरसात का पानी निकालने और उसे गांगी नदी में गिराने के बजाय नहर में गिराने के लिए व्यापक कार्य योजना पर कार्य करेंगे।
उन्होंने बताया कि बरसात के दिनों में पूरे आरा शहर का नाले का पानी आरा बक्सर राष्ट्रीय राजमार्ग और बांध के बीच एकत्रित हो जाता है और गांगी नदी में बाढ़ के पानी के बढ़ने से सल्यूईस गेट बंद हो जाने के बाद इन इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन जाती है।
इन इलाकों में अब कई कॉलोनियां अपना व्यापक आकार ले चुकी हैं और हजारों की आबादी बरसात के दिनों में पानी मे डूब जाती है और नारकीय जिंदगी जीने को मजबूर होती है।
अगर इन इलाकों में बरसात की एकत्रित पानी को बांध के किनारे से मोड़कर आगे नहर में गिरा दिया जाय तो आरा की बड़ी आबादी पानी मे डुबने से बच जाएगी।आरा के तरी के इन इलाकों के लोगों को बड़ी राहत देने के लिए मेयर बने तो प्राथमिकता के आधार पर वे इस काम को करेंगे।
अन्य भावी उम्मीदवारों के पास इतनी बड़ी समस्या के समाधान के लिए कोई कार्य योजना नही है।
हाकिम प्रसाद बताते हैं कि आरा नगर में गांव देहात से बाजार करने,पढ़ाई करने,इलाज कराने और अन्य कार्यो से आने वाले लोगों और नगर के नागरिको की सुविधा के लिए जगह जगह और हर एक इलाके में पक्का एवं आधुनिक शौचालय बनाएंगे और राजधानी दिल्ली की तर्ज पर जन सुविधाएं बहाल करेंगे।
हाकिम प्रसाद बताते हैं कि अतिक्रमण को हटाकर शहर की सड़कों एवं बाजारों को चौड़ा करेंगे और आरा की जनता की सुविधा की बहाली को लेकर कोई भेद भाव और किसी तरह का समझौता नही करेंगे।
आरा नगर निगम क्षेत्र में ईमानदारी से शत प्रतिशत सफाई कर्मियों को सड़क पर उतारेंगे और नगर को चकाचक बनाएंगे।
वे बताते हैं कि आरा नगर की सफाई के लिए रात्रि प्रहर कचरा उठाने वाली गाड़ियों को सड़क पर उतारेंगे और सुबह होने के पहले आरा नगर की सफाई पूरा करा लेंगे।
आरा नगर निगम क्षेत्र से निकलने वाले कचरे को सड़कों के किनारे फेंकने पर प्रतिबंध लगाएंगे और कचरा फेंकने के लिए स्थल का चयन कर वहां कचरा प्रबंधन की व्यवस्था करेंगे।
कचरे से खाद व अन्य सामग्रियों का निर्माण कराएंगे और इसे बहु उपयोगी बनाएंगे।
हाकिम प्रसाद ने आरा नगर निगम में विकास की रौशनी फैलाने और नागरिको की समस्याओ का समाधान कर सुविधाएं बहाल करने की कई कार्य योजना पर विस्तार से बातचीत की और कहा कि मेयर बना तो आरा नगर की सूरत बदल कर रख दूंगा।