मास्कोः रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव द्वारा की गई टिप्पणियों के लिए इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट से माफी मांगी। लावरोव ने कथित तौर पर कहा था कि हिटलर के पास यूक्रेन में मॉस्को के ऑपरेशन की व्याख्या करने के लिए यहूदी विरासत थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास आ गई।
प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बात की। इजराइल के प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, ‘दोनों ने रूसी विदेश मंत्री लावरोव की टिप्पणी पर चर्चा की।’ प्रधानमंत्री ने लावरोव की टिप्पणी के लिए राष्ट्रपति पुतिन की माफी को स्वीकार किया और यहूदी लोगों के प्रति उनके दृष्टिकोण और प्रलय की स्मृति को स्पष्ट करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
रूसी राष्ट्रपति ने जर्मन होलोकास्ट के संबंध में विचार रखने के लिए मौका दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री बेनेट का शुक्रिया अदा किया। इस दौरान पुतिन ने इजराइल के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट को बधाई दी। बता दें कि इजराइल अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। बेनेट ने राष्ट्रपति पुतिन को उनकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दिया है। उल्लेखनीय है कि रूस और इजरायल के अच्छे संबंध हैं। इन्हीं संबंधों के चलते इजरायली प्रधानमंत्री बेनेट मास्को जाकर यूक्रेन युद्ध रुकवाने की कोशिश कर चुके हैं।
इससे पहले, इजराइल समेत कई पश्चिमी देशों ने रविवार को की गई टिप्पणियों के लिए लावरोव को फटकार लगाई थी। जिसमें दावा किया गया था कि ‘हिटलर के पास यहूदी खून भी था’ और कहा थी कि कुछ सबसे खराब यहूदी विरोधी स्वंय यहूदी ही हैं। लावरोव ने एक साक्षात्कार के दौरान रूस की स्थिति को समझाने का प्रयास करते हुए यह टिप्पणी की थी। साथ ही उन्होंने कहा कि यूक्रेन को ‘डी-नाज़िफाई’ करने के लिए रूस ने सैन्य अभियान शुरू किया है।