मुम्बई: पिछले कई दिनों से महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक उठापटक के बाद आखिरकार उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
उद्धव ने सुप्रीम कोर्ट से विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के आदेश मिलने के तुरंत बाद ही इस्तीफा दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने तीन घंटे की सुनवाई के बाद गुरुवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया था।
महाराष्ट्र विधानसभा में कल फ्लोर टेस्ट होगा। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार शाम को 3 घंटे 10 मिनट तक चली सुनवाई के बाद यह फैसला दिया। शिवसेना ने फ्लोर टेस्ट के खिलाफ, जबकि शिंदे गुट और राज्यपाल के वकील ने फ्लोर टेस्ट के पक्ष में दलीलें पेश कीं। शाम 5 बजकर 18 मिनट से 8 बजकर 28 मिनट तक सभी पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।
कोर्ट ने जेल में बंद महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक और अनिल देशमुख को भी वोटिंग में हिस्सा लेने की इजाजत दे दी। कोर्ट ने कहा कि दोनों चुने हुए विधायक हैं और उन्हें विधानसभा में वोटिंग के बाद फिर जेल ले जाया जाएगा। राज्यपाल ने दिया था फ्लोर टेस्ट का आदेश महाराष्ट्र में 22 जून को सूरत से जिस राजनीतिक नाटक की शुरुआत हुई, उसके अहम डेवलपमेंट गुवाहाटी से लेकर गोवा में हुए, लेकिन क्लाइमैक्स अभी बाकी है। इस बीच महाराष्ट्र के राज्यपाल ने 30 जून को शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया था। शिवसेना इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी। अब इसे भाजपा की कुटिल नीति कहें या फिर सिंदे की गद्दारी ये रो वो ही जानें।