* प्रो. सुहेली मेहता अपने क्लास करने से नहीं करती कभी समझौता
* शैक्षणिक कार्यों से राजनीतिक दूरी बनाकर काम करती हैं प्रो. मेहता
* विधानसभा चुनाव में बहुत कम वोटों के अंदर से मिली थी शिकस्त
* राजनीतिक परिवार में परवरिश होने के बाद भी खुद के बूते बना रही हैं अपनी पहचान
*अनुशासनप्रिय महिलाओं में शूमार हैं प्रो.सुहेली मेहता
कहते हैं हर ईमानदार मेहनत करने वाले इंसान की देर से ही सही पहचान एक न एक दिन कायम हो ही जाती है। हम बात कर रहे हैं मगध महिला कॉलेज पटना की गृह विज्ञान की प्रोफेसर सुहेली मेहता की। जिनका लालन-पालन एक राजनीतिक परिवार में हुई। इनके पिता जी राजनेता थे और मंत्री रहते हुए अपनी अलग पहचान बनाने में कायम हुए। वहीं इनके बड़े भाई पूर्व मंत्री सह वर्तमान में राजद विधायक आलोक मेहता हैं। लेकिन प्रो. सुहेली मेहता ने अपने करियर की शुरुआत बतौर प्रोफेसर शुरु किया और खुद के बूते राजनीति में भी अपना स्थान बनाने में कामयाब रहीं।
प्रो.मेहता ने कभी राजनीति में इंट्री मारने के लिए किसी भी राजनेता के आगे पीछे नहीं किया बल्कि अपने मेहनत और लगन पर विश्वास रखने वाली इसे नेत्री ने वाकपटूता के आधार पर खुद को स्थापित कर लिया। विधानसभा चुनाव में बहुत कम वोटों से शिकस्त पाने वाली प्रोफेसर सुहेली मेहता सत्तारुढ़ दल के कई प्रमुख पदों पर काम कर चुकी हैं। कभी अपनी वाणी से किसी को आहत नहीं किया। पार्टी ने जो भी जिम्मेदारी दी उसको सहर्ष स्वीकार किया और उसे चुनौती मानकर काम करती रहीं। भले ही इनकी कीमत समझने में राजनीतिक दलों को विलंब हो। मगर कॉलेज का एक भी क्लास नहीं छोड़ने वाली प्रो. सुहेली मेहता को कॉलेज प्रबंधन ने महिमा छात्रावास की जिम्मेदारी सौंप दी है, जिसमें साढ़े छह सौ लड़कियां रहकर पढ़ाई करेंगी। आपको बता दूं कि बिहार की बेटियों के लिए मगध महिला कॉलेज परिसर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सौजन्य से निर्मित महिमा छात्रावास का उद्घाटन 23 मई 2022 को नवनिर्मित “महिमा छात्रावास ” का उद्घाटन उन्हीं के कर-कमलों द्वारा किया गया था। आज उसी की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है। इसके पहले भी छात्रावास की जिम्मेदारी बखूबी संभाल चुकी हैं। किसी भी छात्राओं के छात्रावास को संभालना किसी चुनौती से कम नहीं है और चुनौती को स्वीकार कर काम करने में प्रो.सुहेली मेहता का कोई सानी नहीं है।