बिहार में नीतीश और बीजेपी के बीच बढ़ रही दरार, नीति आयोग की बैठक से सीएम नीतीश कुमार ने बनाई दूरी

देश

बिहार में इन दिनों राजनीतिक मंथन चल रहा है। सूत्रों ने बताया कि जेडीयू ने कोई बड़ा फैसला लेने के लिए पार्टी के हर विधायक, सांसद और एमएलसी की बैठक बुलाई है। हालांकि अभी तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन संभव है कि अगले 3 से 4 दिन में कभी भी इसे आयोजित किया जाएगा।

बिहार में पिछले 17 वर्षों से सत्ता पर काबिज बिहार एनडीए के दो प्रमुख घटक दलों बीजेपी और जेडीयू के बीच सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. इस बात की तस्दीक रविवार को तब हुई जब नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हो रही नीति आयोग की 7वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक से भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दूरियां बना ली. बता दें के नीति आयोग की इस बैठक में देश के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री हिस्सा ले रहे हैं. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश के इकलौते मुख्यमंत्री नहीं हैं जिन्होंने नीति आयोग की बैठक से दूरी बनाई है. इस फेहरिस्त में नीतीश कुमार के साथ तेलंगाना के सीएम केसीआर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का नाम भी शामिल है.

वैसे भी यह कोई पहला मौका नहीं है जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या बीजेपी से दूरी बनाई हो. पिछले सप्ताह ही जब पटना में बीजेपी के विभिन्न मोर्चों की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पटना में बुलायी गई थी और बैठक में बीजेपी के दो कद्दावर नेता केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह और जेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भाग लेने पटना आए थे तब भी न केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बल्कि जदयू के सभी बड़े नेताओं ने बीजेपी के इस पूरे आयोजन को अलग कर रखा था.

जेडीयू नेताओं के ये बयान बिहार में जेडीयू और बीजेपी के बीच खटास का संकेत हैं और यही कारण माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीजेपी से दूरी बनाए हुए हैं। दरअसल बिहार में राजनीतिक मंथन चल रहा है। सूत्रों ने कहा है कि जेडीयू ने बिहार के हर विधायक, एमएलसी और सांसद की बैठक बुलाई है। हालांकि अभी तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन संभव है कि अगले 3 से 4 दिनों में किसी भी समय इसे आयोजित किया जाएगा। जेडीयू के अलावा, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) ने भी 9 अगस्त को इसी तरह की बैठक बुलाई है। बैठक पटना में पार्टी प्रमुख जीतन राम मांझी के आधिकारिक आवास पर होगी।

बिहार में जेडीयू से आसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद बीजेपी और जेडीयू के बीच तल्खी बढ़ गई है। जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने आज आरसीपी मामले पर बोलते हुए कहा कि चिराग मॉडल की तरह ही फिर नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश हो रही थी, जिसे नाकाम कर दिया गया। उन्होंने इशारों-इशारों में बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया।

जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने आरसीपी सिंह मामले पर प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जेडीयू डूबता जहाज नहीं है, यह एक तैरता जहाज है। कुछ लोग इसे खराब करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन नीतीश कुमार ने उन लोगों की पहचान कर कड़े कदम उठाए। उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश हुई थी, इसलिए हमने विधानसभा चुनाव में सिर्फ 43 सीटें जीतीं। 2020 के चुनाव में एक मॉडल चिराग पासवान के नाम से सामने आया, जबकि दूसरा वर्तमान में बनाया जा रहा था। लेकिन अब हम सतर्क हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *