डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव ‘शान-ए- राजस्थान’ से सम्मानित, सार्वजनिक पुस्तकालय के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय उपलब्धियों के लिये मिला सम्मान

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डॉ दीपक कुमार श्रीवास्तव को सार्वजनिक पुस्तकालय के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय उपलब्धियों के लिये मिला सम्मान

कोटा: राजकीय सार्वजनिक मण्डल पुस्तकालय कोटा के मण्डल पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव को सामाजिक संस्था ‘श्री कर्मयोगी सेवा संस्थान’ की ओर से ‘शान-ए- राजस्थान’( प्राइड ऑफ राजस्थान) सम्मान से नवाजा गया है। डॉ. श्रीवास्तव को सार्वजनिक पुस्तकालय के क्षेत्र में कोटा का नाम राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोशन करने के लिये दिया गया ।

गौरतलब है कि डॉ. श्रीवास्तव की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सार्वजनिक पुस्तकालयों के विकास, प्रचार-प्रसार और प्रोत्साहन में अग्रणी एवं महत्वपूर्ण भूमिका रही है। डॉ. श्रीवास्तव का हॉल ही में दुनिया के सबसे बडे पुस्तकालय संगठन इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ लाईब्रेरी एसोशियेशन एण्ड इंस्टीटयुशन ( इफ्ला) ‘वॉल ऑफ फेम’ में नाम शामिल किया गया । आप वर्तमाम में इनेली साउथ एशिया मेंटर हैं तथा दक्षिण एशियाई देशों के सार्वजनिक पुस्तकालयाध्यक्षों को मार्गदर्शन दे रहे हैं। कोविड के दौरान आपके व्हाटसएप इनिशियेटीव ‘नॉलेज एट योर डोर स्टेप’इफ्ला तथा अमेरीकन लाईब्रेरी एसोशियेसन (एएलए) ने अपनी ग्लोबल रिपोर्ट में शामिल किया गया है ।

डॉ. श्रीवास्तव के प्रयास राजस्थान एवं भारत ही नहीं, दक्षिण एशिया के देशों के सार्वजनिक पुस्तकालयों के लिए किये गये नवाचार अनुकरणीय हैं।

      डॉ. श्रीवास्तव ने श्री कर्मयोगी सेवा संस्थान के संस्थापक राजाराम जैन ‘कर्मयोगी’, आयोजक अल्का दुलारी जैन, संयोजक रघुराज सिंह ‘कर्मयोगी’,अध्यक्ष महेश पंचौली,महामंत्री प्रेम शास्त्री तथा निर्णायक मण्डल का आभार जताते हुए कहा कि दृष्टिबाधितों एवं ट्रांसजेण्डर पुस्तकालय सेवा उपलब्ध कराने की हमारी सोच का ही परिणाम है कि, कोटा पब्लिक लाईब्रेरी देश के श्रेष्टतम पुस्तकालय में  शुमार है। इस उपलब्धि पर पुस्तकालय एवं साहित्य जगत के नामी लोगों ने बधाई दी।

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