बक्सरः गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्याशी जीवन कुमार ने बक्सर जिले में भ्रमण के दौरान नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि शिक्षकों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दिया गया बयान निंदनीय है, इसका विरोध करता हूं। शिक्षकों की एक अलग गरिमा होती है। समाज के सबसे संवेदनशील होते हैं। समाज का आईना होते हैं, जो आगे की पीढ़ी को सजा-सवांरकर योग्य बनाते हैं। आगे उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के दिए गए बयान से शिक्षकों में नौकरी को लेकर असुरक्षा भाव पैदा हो गया है। बिहार की यह शिक्षा व्यवस्था समाज के लिए सही नहीं है। दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में शिक्षकों को चेतावनी देते हुए कहा था कि जो शिक्षक पढ़ाते नहीं है निकाल दिया जाएगा। मुख्यमंत्री के इसी बयान को पुरजोर विरोध जताते हुए जीवन कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भाषा न्यायोचित नहीं है। उन्होंने शिक्षकों के लिए अपमानजक शब्द का प्रयोग किया है, जो किसी भी स्तर पर जायज नहीं ठहराया जा सकता है। कई शिक्षकों से हुई मुलाकात के बाद जीवन कुमार ने कहा कि हम सभी के लिए शिक्षक की गरिमा सर्वोपरि होती है। यहां तो हाई स्कूल व प्लस टू में जितने भी शिक्षक हैं, वह अपने आप को सुरक्षित नहीं समझ रहे हैं। वे अपनी नौकरी को लेकर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इससे पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित होगी। ऐसे में मुख्यमंत्री ने जिस शब्द का इस्तेमाल किया, वह अव्यवस्था उत्पन्न करने वाली है। उन्होंने ये भी कहा कि राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। शिक्षकों पर इस तरह की बयानबाजी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश बिहार में अच्छे भविष्य की बात करते हैं और इस तरह का बयान भी देते हैं कि शिक्षक को लगेगा कि हम सिक्योर्ड नहीं हैं तो फिर कैसे बच्चों को अच्छे ढंग से शिक्षा हो पाएगी। मुख्यमंत्री के बयान से शिक्षकों के मन में आक्रोश उत्पन्न होगा। उन्होंने कहा कि इसका मैं इसका पुरजोर विरोध करता हूं। ऐसे बयानबाजी का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस तरह का बयान देकर यदि माहौल खराब करने का प्रयास करेंगे तो इनका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।