डुमरांव (बक्सर): पटना उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने आन द स्पॉट पेंटिंग के बारे में छात्राओं के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए कानूनी जागरूकता शिविर +महारानी उषारानी बालिका उच्च विद्यालय डुमराँव में विषय सड़क सुरक्षा प्रतियोगिता जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष आनन्द नन्दन सिंह एवं अवर न्यायाधीश सह सचिव देवेश कुमार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बक्सर के आदेश पर पैनल अधिवक्ता मनोज कुमार श्रीवास्तव एवं पीएलवी अनिशा भारती द्वारा आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रभारी प्राचार्य सचिन्द्र तिवारी ने किया।मौके पर रवि प्रभात,सुनील कुमार, कल्पना श्रीवास्तव, चन्दा आदि उपस्थित रहे।
प्रतियोगिता शुरू होने से पहले छात्राओं ने सड़क नियमों का पालन करने एवं लोगों को भी अवगत कराने का संकल्प लिया।इस प्रतियोगिता में छात्राओं ने उत्साह के साथ भाग लिया।अधिवक्ता मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि छात्रों ने सुरक्षित ड्राईविंग और यातायात नियमों का पालन करने पर शक्तिशाली सँदेश चित्रित कर अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।
पैनल अधिवक्ता मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि प्रतियोगिता का उद्देश्य युवाओं को सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने की दिशा में जिम्मेदारी की भावना पैदा करना था।यातायात नियमों का पालन करने,सीट बेल्ट पहनने और ध्यान भटकाने से बचने के बारे में सन्देश देने के लिए जीवंत रंगों और अभिनव विचारों का उपयोग किया।
सड़क सुरक्षा पर चित्रकला प्रतियोगिता ने लोगों को सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए शिक्षित और प्रेरित करने हेतु एक रचनात्मक मंच के रूप में कार्य किया जिससे अंततः दुर्घटनाओं को कम करने और सड़कों पर जीवन बचाने में योगदान मिला।सड़क सुरक्षा सप्ताह हर साल 11 जनवरी से 17 जनवरी तक मनाया जाता है।
स्कूल प्राचार्य सचिन्द्र तिवारी ने कहा कि सड़क सुरक्षा नियम के मुताबिक गाड़ी चलाते समय कभी भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।फुटपाथों पर सम्भलकर चलें और जेब्रा क्रासिंग से पर करें।गति सीमा का ध्यान रखें।सड़क पर लगे संकेत चिन्हों का सही अनुसरण करें ताकि आपके साथ कोई हादसा न होने पाए।
मनोज श्रीवास्तव ने छात्राओं की भागीदारी की सराहना करते हुए उन्हें अपने परिवार, दोस्तों और समाज के बीच सड़क सुरक्षा जागरूकता फैलाने के लिए प्रोत्साहित किया।इस कार्यक्रम का उद्देश्य यातायात नियमों के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना और सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों को कम करना है।