आजादी का अमृत महोत्सव श्रंंखला अंतर्गत राष्ट्रीय सार्वजनिक पुस्तकालय दिवस के अवसर पर डॉ दीपक कुमार श्रीवास्तव डीवीजनल लाईब्रेरीयन द्वारा लिखित पुस्तक “ एम्बेडेड लाईब्रेरीयनशीप – मूव फ्रॉम कंवेशनल टू कनविनियेंश” का विमोचन नेशनल एक्सप्रेस के एडीटर –इन –चीफ एवं संस्थापक विपिन गुप्ता ने डॉ एस.आर .रंगानथन कंवेशनल हॉल मे किया ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि विपिन गुप्ता ने पुस्तक विमोचन कार्यक्रम मे कहा कि – यह पुस्तक भारत के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करेगी क्योंकि भारत सरकार का डीजीटल इण्डिया कार्यक्रम जिसमें भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने की दृष्टि है। के क्रम मे आधुनिक पुस्तकालयों को डीजीटली सशक्त बनाने मे मदद करेगी ।
पुस्तक लेखक डॉ दीपक ने बताया कि यह पुस्तक उन पुस्तकालय कर्मियों को समर्पित है जो वर्तमान मे परम्परागत पुस्तकालय सेवायें दे रहें है तथा आधुनिक पुस्तकालय सेवायें देने के इच्छुक है । इस पुस्तक के जरिये आप डीजीटल लाईब्रेरी की परिकल्पना , संकल्पना , आवश्यक्ता , उदभव, उपयोगिता तथा उसके विकास के बारे मे जान पायेंगे । इसके साथ ही भारत मे डीजीटल लाईब्रेरी के लिये किये गये अब तक के प्रयासों के साथ ही डीजीटल लाईब्रेरी के एडवांस फीचर्स , उनके घटक तथा चुनोतियों से व्यवहारिक रुप से रुबरु हो सकेंगे । भारतीय सन्दर्भ मे डीजीटल कंटेंट का विकास , डीजीटाईजेशन , उसके लाभ , आवश्यक्ता , डीजीटल लाईब्रेरी आर्कीटेक्चर , डीजीटल लाईब्रेरी मॉडल , डीजीटल लाईब्रेरी सॉफ्टवेयर , डीजीटल लाईब्रेरी कंसोर्शीयम , डाटा प्रबंधन , डीजीटल लाईब्रेरी नेटवर्किंग , आईपीआर, डीजीटल रिसोर्सेज , डीजीटल कॉपीराईट प्रोटेक्शन , डीजीटल प्रीजर्वेशन एण्ड टेक्नोलोजी , ट्रेण्डस एण्ड इश्युज , डीजीटल इंफोर्मेशन रीट्रीवल , ई –गवर्नेंस तथा ई डेमोक्रेसी तथा ई –एच आर इत्यादि के बारे मे विस्तार से विवेचना की गई है । इस पुस्तक के सह लेखक सर्टीफाईड लाईब्रेरीयन ऑफ नाईजीरीया सुनूसी हुसैन्नी तथा प्रींसीपल लाईब्रेरी इंफोर्मेशन ऑफीसर फेडरल युनिवर्सीटी डस्टीमा मुस्तफा हारुन है । 119 पृष्ठों की पुस्तक मे कुल 11 चेप्टर्स है ।