भारतीय रेलवे ने सितम्बर, 2022 में 115.80 एमटी की अब तक की सबसे अच्छी मासिक माल ढुलाई दर्ज की है। सितम्बर के महीने में वृद्धिशील ढुलाई 9.7 एमटी रही है, जो 2021 में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ सितम्बर के आंकड़ों की तुलना में 9.15 प्रतिशत अधिक है। इसके साथ ही, भारतीय रेलवे ने लगातार 25 महीनों तक सर्वश्रेष्ठ मासिक माल ढुलाई दर्ज की है।
रेलवे ने कोयले में 6.8 एमटी का वृद्धिशील ढुलाई अर्जित की है जिसके बाद लौह अयस्क में 1.2 एमटी तथा शेष अन्य वस्तुओं में 1.22 एमटी, सीमेंट और क्लिंकर में 0.4 एमटी और उर्वरकों में 0.3 एमटी की वृद्धि हासिल की है। वित्त वर्ष 2022-23 में ऑटोमोबाइल लदान में वृद्धि माल ढुलाई व्यवसाय की एक और विशेषता रही है। वित्त वर्ष 2022-23 में सितम्बर तक 2712 रेक लोड किए गए हैं, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 1575 रेक लोड किए गए थे यानी 72.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
1 अप्रैल, 2022 से 30 सितम्बर, 2022 तक संचयी माल ढुलाई 736.68 एमटी रही है, जबकि 2021-22 में 668.86 एमटी थी, यानी पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 10.14 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 67.83 एमटी की वृद्धिशील माल ढुलाई की गई है। माल ढुलाई एनटीकेएम (नेट टन किलोमीटर) सितम्बर 2021 के 63.43 बिलियन से बढ़कर सितम्बर 2022 में 69.97 बिलियन हो गया है, जो 10.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। वर्ष की पहली छमाही में संचयी एनटीकेएम में भी 17.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
बिजली और कोयला मंत्रालयों के साथ निकट समन्वय में, बिजली घरों को कोयले की आपूर्ति बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे के निरंतर प्रयास एक बार फिर सितम्बर महीने में माल ढुलाई निष्पादन की प्रमुख विशेषताओं में से एक रहा है। बिजली घरों को कोयले (घरेलू और आयातित दोनों) की ढुलाई सितम्बर में 6.2 एमटी बढ़ गई है, जिसमें पिछले साल 35.8 एमटी की तुलना में 42.00 एमटी कोयले की बिजली घरों में आपूर्ति की गई थी, यानी 17.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। संचयी रूप से, वर्ष की पहली छमाही में, भारतीय रेलवे ने पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 29.3 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के साथ 64.53 एमटी से अधिक अतिरिक्त कोयला बिजली घरों को लोड किया है।