दिनांक 21 से 23 दिसंबर 2023 के बीच तीन दिवसीय बिहार डेयरी एंड कैटल एक्स्पो का आयोजन बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना के खेल मैदान में किया जा रहा है, जिसके संयुक्त आयोजक हैं – बिहार का पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, कॉम्फेड, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय और कृषिका ।
इस एक्स्पो का मुख्य आकर्षण होंगी मिल्किंग प्रतियोगिता और ब्रीड प्रतियोगिता। 21 दिसंबर को मिल्किंग प्रतियोगिता में देसी और विदेशी दोनों नस्लों की गायों की अलग-अलग प्रतियोगिता होगी, जिसमें 20 लीटर से अधिक दूध देने वाली विदेशी और 10 लीटर से अधिक दूध देने वाली देसी गायें शामिल हो सकती हैं। इनके लिए पुरस्कार की राशि है – प्रथम पुरस्कार 51000 रु और दूसरा पुरस्कार 21000 रु। दोनों श्रेणियों में 11000 रु के 5-5 प्रोत्साहन पुरस्कार भी हैं। 22 दिसंबर को ब्रीड प्रतियोगिता में देसी और विदेशी, दोनों श्रेणियों में दो-दो उत्तम नस्ल की गायों को प्रथम व द्वितीय पुरस्कार दिए जाएँगे। दोनों श्रेणियों में पुनः 11000 रु के 5-5 प्रोत्साहन पुरस्कार भी हैं।
तीन दिनों के इस अभूतपूर्व मेले में राज्य के कोने-कोने से किसान व पशुपालक अपने-अपने मवेशियों को लेकर आने की पूरी तयारी में हैं। सबसे अधिक ख़ुशी व उत्साह की बात यह है कि देश के अन्य राज्यों से भी किसान अपने पशु-धन के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुँचने लगे हैं। इसी क्रम में हरियाणा के दिदवारी निवासी, पद्मश्री से सम्मानित किसान श्री नरेन्द्र सिंह के ‘गोलू डेयरी फार्म’ की शान, उनका मशहूर मुर्रा भैंसा – “गोलू 2” मंगलवार की शाम को ही पहुँच गया, जिसे देखकर लोगों में उत्साह की एक लहर दौड़ गई।
21 दिसंबर दोपहर 12:30 बजे बिहार डेयरी एंड कैटल एक्स्पो का उद्घाटन करेंगे बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार। इनके साथ विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित होंगे उप-मुख्यमंत्री श्री तेजस्वी यादव तथा समारोह की अध्यक्षता करेंगे पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री श्री मोहम्मद अफ़ाक़ आलम । इस भव्य उद्घाटन समारोह में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग तथा कॉम्फेड के आला अधिकारियों के साथ ही बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रामेश्वर सिंह तथा कई अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद होंगे।
इस कार्यक्रम में डेयरी और कैटल के क्षेत्र से सम्बंधित कई तरह की कम्पनियाँ अपने-अपने स्टॉल लगा रही हैं । इनके अलावा विभाग, विश्वविद्यालय तथा कॉम्फेड के स्टॉल भी रहेंगे। प्रदेश में अपनी तरह का यह पहला आयोजन है, जिसमें पशुपालन से संबंधित हर क्षेत्र के लोग भाग ले रहे हैं। इन सबके संयुक्त प्रयास से बिहार के भविष्य की एक सुनहरी झलक कार्यक्रम स्थल पर दिखाई दे रही है।