वीकेएसयू के वीसी की पहल के बाद टीएसआई महिला कॉलेज आरा के शिक्षकों एवं कर्मियों को मिला वेतन, शिक्षकों एवं कर्मियों ने दी कुलपति को बधाई

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आरा कार्यालय
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. शैलेन्द्र कुमार चतुर्वेदी की सकारात्मक पहल के बाद भोजपुर जिले के एकमात्र संबद्ध डिग्री महिला महाविद्यालय और आरा शहरी क्षेत्र में स्थित तपेश्वर सिंह इंदु महिला महाविद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मियों के विगत छः माह के बकाया वेतन का भुगतान कर दिया गया. शासी निकाय को भंग कर खाता संचालन पर रोक लगा दिए जाने के बाद से ही शिक्षकों एवं कर्मियों का वेतन भुगतान रुक गया था. खाता संचालन पर रोक लगा दिए जाने के बाद कॉलेज के विकास कार्यों पर भी प्रतिकूल असर पड़ा और कई तरह के चल रहे विकास के कार्य अचानक ठप पड़ गए. अब जबकि सभी शिक्षकों एवं कर्मियों के बैंक खाते में विगत छः माह के बकाये वेतन की राशि को भेज दिया गया है तब दशहरा के ऐन मौके पर शिक्षकों एवं कर्मियों को बड़ी राहत मिली है. ये शिक्षक एवं कर्मी विगत छः माह से आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहे थे और अंततः बाध्य होकर कॉलेज शिक्षक एवं कर्मचारी संघ के बैनरतले वीकेएसयू के प्रशासनिक भवन में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया था और सारे शिक्षक एवं कर्मचारी प्रशासनिक भवन के मुख्य प्रवेश द्वार पर धरना पर बैठ गए थे. तब विवि कार्यालय पहुंचे कुलपति प्रोफेसर डॉ. शैलेन्द्र कुमार चतुर्वेदी  ने शिक्षकों से मुलाकात कर उन्हें बातचीत के लिए अपने कार्यालय कक्ष में बुलाया और एक एक विन्दुओं पर बातचीत कर समस्याओं का तीन दिनों के भीतर समाधान करने का आश्वासन दिया था. अपने किये गए वादों पर खरा उतरते हुए उन्होने यूआर और प्राचार्य को कॉलेज खाता का संचालन करने का अधिकार दे दिया. इसके बाद अब बकाये छः माह के वेतन की राशि शिक्षकों एवं कर्मियों के खाते में भेज दी गई है. कुलपति ने शिक्षकों एवं कर्मियों को यह भी आश्वासन दिया है कि जल्द ही शासी निकाय का गठन कराकर राज्य सरकार के बकाये अनुदान  की राशि को भी शिक्षकों एवं कर्मियों को उपलब्ध करा दी जाएगी.

बकाये वेतन का भुगतान करा दिए जाने के बाद तपेश्वर सिंह इंदु महिला महाविद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मियों ने कुलपति प्रोफेसर डॉ. शैलेन्द्र कुमार चतुर्वेदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है और पूरी उम्मीद जताई है कि कुलपति का ऐसे ही सकारात्मक सहयोग कॉलेज के शिक्षकों एवं कर्मियों को मिलता रहेगा. शिक्षकों एवं कर्मियों ने कुलपति से अब जल्द से जल्द राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली अनुदान के बकाये राशि का भुगतान कराने की मांग की है. कुलपति प्रोफेसर डॉ. शैलेन्द्र कुमार चतुर्वेदी को बधाई देने वाले शिक्षकों एवं कर्मियों में प्राचार्या डॉ. सुनीता राय, शिक्षक प्रतिनिधि डॉ. सियामती राय, डॉ. निभा परमार, डॉ. कुमारी माया, डॉ. संदीप कुमार, डॉ. शिव शक्ति, डॉ. इन्द्राणी, डॉ. रागिनी कुमारी, डॉ. मीना सिंह, डॉ. उर्मिला सिंह, डॉ. आमिया रंजन, डॉ. धर्मेन्द्र कुमार, डॉ. सुरेश सिंह, डॉ. रामेश्वर सिंह, सीमा सिंह, कॉलेज के कर्मचारी अखिलेश सिंह, सुनील कुमार सिंह, शैलेश कुमार सिंह,श्रीमती रीता सिंह, प्रवीण कुमार सिंह, राकेश कुमार सिंह, राम बाबू, अशोक सिंह, सुरेन्द्र कुमार, उमा कांत सिंह, मिश्रा जी समेत कई लोगों ने अपने किये गए वादे के अनुसार खाता संचालन शुरू करने का आदेश देकर विगत छः माह के बकाये वेतन का भुगतान कराने को लेकर कुलपति प्रोफेसर डॉ. शैलेन्द्र कुमार चतुर्वेदी को बधाई दी है.

टीएसआई महिला कॉलेज आरा के निवर्तमान सचिव डॉ. अजय कुमार सिंह का प्रयास काम आया –
तपेश्वर सिंह इंदु महिला महाविद्यालय आरा के निवर्तमान सचिव एवं पूर्व बिहार विधान परिषद सदस्य डॉ. अजय कुमार सिंह की तमाम कोशिशें अब सफल होती दिख रही है. शासी निकाय भंग होने के बाद से डॉ. अजय कुमार सिंह कुलपति के सम्पर्क में हैं और उन्होंने कॉलेज के विकास को लेकर कुलपति से कई दौर की बातचीत भी की है. नतीजा है कि धीरे धीरे ही सही लेकिन कॉलेज अब पटरी पर आने लगा है.कुलपति द्वारा यूआर और प्राचार्य के संयुक्त हस्ताक्षर से खाता संचालन का अधिकार देकर शिक्षकों एवं कर्मियों के छः महीने के बकाया वेतन का भुगतान करा दिया है. अब डॉ. अजय कुमार सिंह को सचिव बनाने की प्रक्रिया भी जल्द ही पूरी कर ली जाएगी.
कुलपति प्रोफेसर डॉ. शैलेन्द्र कुमार चतुर्वेदी के सकारात्मक सहयोग के बाद अब स्पष्ट हो चुका है कि उनके प्रयासों से जल्द ही कॉलेज शासी निकाय का विधिवत गठन हो जायेगा और डॉ. अजय कुमार सिंह सचिव बना दिए जायेंगे.

डॉ. अजय कुमार सिंह ने कॉलेज के विकास को लेकर किये कई ऐतिहासिक कार्य – तपेश्वर सिंह इंदु महिला महाविद्यालय आरा का नेतृत्व सँभालने के बाद पहली बार डॉ. अजय कुमार सिंह ने विधिवत रूप से शासी निकाय का गठन कराया. शासी निकाय के माध्यम से विधिवत रूप से शिक्षकों एवं कर्मचारियों की नियुक्ति की. कॉलेज  इंफ्रास्ट्रक्चर को नया लूक दिया. इको फ्रेंडली कैम्पस बनाकर पर्यावरण एवं प्रकृति के समन्वय से कॉलेज के भवन को छात्राओं के आकर्षण का केंद्र बनाया जहां पढ़ाई करने आने वाली छात्राओं को स्वस्थ वातावरण का अहसास होता है. डॉ. अजय कुमार सिंह के प्रयासों से यह महाविद्यालय जिले का गौरव बन कर उभरा है और भोजपुर जिले का एकमात्र संबद्ध डिग्री महिला महाविद्यालय होने के कारण यह महाविद्यालय जिले की छात्राओं की पहली पसंद बनकर सामने आया है

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