पटना: जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधान पार्षद डॉ. रणबीर नंदन ने केंद्र सरकार से पटना एम्स में शीघ्र ही इलाज शुरू कराने की पहल करने की मांग की है। प्रो. नंदन ने कहा कि एम्स पटना में किडनी रोग के इलाज की पूरी व्यवस्था 2017 से ही उपलब्ध है। विभाग तैयार हो चुका है। इक्विप्मेंट्स भी हैं। लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण वहां इलाज नहीं हो पा रहा है। इक्का-दुक्का डायलिसिस होते हैं लेकिन पूर्ण इलाज अभी नहीं हो रहा है।_उन्होंने कहा कि देश में किडनी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ी है। देश की पूरी आबादी में 17 प्रतिशत मरीजों में किडनी की समस्या है। इनका इलाज डायलिसिस एवं ट्रांसप्लांट है। बिहार में भी किडनी मरीजों की संख्या 17 प्रतिशत से भी अधिक है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में 15 लाख से अधिक बच्चे किडनी रोग से पीड़ित हैं। जब मरीजों की संख्या इतनी अधिक है तो एम्स पटना में बनी हुई व्यवस्था को शीघ्र शुरू करने की पहल करनी चाहिए।
प्रो. नंदन ने कहा कि अभी राज्य में आईजीआईएमएस में किडनी रोग का इलाज हो रहा है। यहां किडनी ट्रांसप्लांट भी हो रहा है। हर दिन 200 से अधिक किडनी मरीज आईजीआईएमएस में आते हैं। माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी की पहल पर यहां किडनी ट्रांसप्लांट की व्यवस्था हुई। लेकिन एक अकेले इस अस्पताल पर लोड अधिक है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को राज्य सरकार के साथ समन्वय कर पटना एम्स में शीघ्र यह व्यवस्था शुरू करानी चाहिए। जब तक डॉक्टरों की पूरी व्यवस्था नहीं हो जाती है तब तक दिल्ली एम्स और पीजीआई चंडीगढ़ के किडनी विशेषज्ञ डॉक्टरों को रोटेशन पर बुलाकर पटना एम्स में इलाज की व्यवस्था बहाल करनी चाहिए। साथ ही डॉ. नंदन ने सीएम से आग्रह किया है कि बिहार में भी किडनी रोग से पीड़ित लोगों के इलाज के लिए अत्याधुनिक किडनी अस्पताल की स्थापना की जाए। यह व्यापक जनहित में यह जरुरी कदम है।