गाजीपुर: रेवतीपुर ब्लॉक के युवराजपुर गांव के प्रगतिशील किसान रामाशीष सिंह अपने एक बीघे जमीन में जैविक खेती करके न केवल जल जीवन और हरियाली को संरक्षित कर रहे हैं बल्कि किसानों को नए तरीके से आमदनी करने का उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनकी ऑर्गेनिक फार्मिंग को देखकर गांव के कई किसान उनकी ऐसी खेती का भी अनुसरण कर रहे हैं। जैविक उत्पादों में पपीता, केला, अमरूद, आम, चुकंदर, चीकू, राजमा के अलावे फूलो की विभिन्न प्रकारों की भी खेती बहुत ही बड़ा आमदनी का श्रोत है। इसके साथ ही एक तालाब भी खुदवाए है जिसमे मछली पालन भी करते हैं। तालाब के चारों तरफ वृक्षा रोपण कमोबेश फलदार वृक्ष भी लगाए गए हैं।
रामाशीष सिंह 2018मे उत्तर प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर पद से रिटायर्ड होकर गांव मे जैविक खेती प्रारंभ किए। हालांकि वो बताते हैं कि मैने ये कार्य शौकिया तौर पर प्रारंभ किया था जो अब लोगों के और प्रकृति के स्वास्थ्य के साथ ही साथ मेरी आमदनी का भी एक जरिया बना हुआ है। रामाशीष सिंह कहते हैं कि सरकार की तरफ से जैविक खेती के लिए सरंक्षण और विपणन का सहायता प्राप्त होता तो इसे और व्यापक स्तर भी किया जा सकता है जिससे किसानों के जीवन स्तर मे सुधार होगा। मुझे खुशी है कि पिछले साल गाजीपुर और बनारस में फैले डेंगू वायरस के रोगी मेरे ऑर्गेनिक उत्पादों को निशुल्क उपयोग कर के फायदा उठाये हैं। गांव के स्थानीय निवासी और जनपद के वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र सिंह ने रामाशीष सिंह जैसे किसानों को सरकार की तरफ से जैविक कारीडोर योजना अंतर्गत अनुदान एवं सहायता की मांग की है साथ ही जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा की भी।