नीतीश ने मलमास मेले का किया उद्घाटन, बेंगलुरु की मीटिंग के प्रेस कांन्फ्रेंस में शामिल नहीं होने पर कहा राजगृह जाना था, इसलिए आ गए

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मलमास मेले का किया उद्घाटन, बेंगलुरु की मीटिंग के प्रेस कांन्फ्रेंस में शामिल नहीं होने पर कहा कि राजगृह जाना था, इसलिए आ गए

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मलमास मेला के अवसर पर राजगीर पहुंचे। जहां उन्होंने सभी लोगों का अभिनंदन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हर बार हम मलमास मेले में पहला दिन ही आते रहे हैं लेकिन इस बार भाजपा विरोधी पार्टियों की बैठक बेंगलुरु में हो गया था। इससे पहले पटना में बैठक हुई थी। इस बार दूसरे राज्य में हो गया था। इसलिए वहां जाना पड़ा। हम तो बेंगलुरु से पटना आने के बाद रात में ही आने को यहां सोच रहे थे लेकिन हमारे लोगों ने कहा कि रात में जाकर क्या कीजिएगा। इसलिए आज आने का मौका मिला। इससे पहले हम दो बार यहां आकर देखें, सुझाव दिए, जिसके बाद यहां सब चीज ठीक हुआ है। आज भी हम जो देख रहें हैं वो अच्छा है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भाषण के दौरान एक लोग यहां कह रहे थे एक एलिवेटेड बनवा दीजिए तो हमने उनको बुला कर कहा कि यहां पहले से एक एलिवेटेड बनने वाला है। हम यहां बचपन से आते रहे हैं। जब बचपन में यहां आते थे तो हम सब जगह जाते थे, सिर्फ सात वाले में ही नहीं। हम यहां 2009 से एक-एक चीज को देख रहे हैं। यहां की हर असुविधा को दूर करना है। समस्या को लेकर हम हर जगह घूम-घूम कर पूछते हैं। पहले यहां क्या हाल था, अब क्या है आप सब देख रहे हैं। कितना काम हम करवाएं हैं। मुख्यमंत्री ने सवालिए लहजे में पूछा कि राजगृह में पहले कुछ विकसित था क्या? अब कितना विकसित हो गया है। अब हर जगह से लोग यहां आ रहे हैं। घोड़ा कटोरा, राजगृह में नेचर सफारी को विकसित किया। पहले पहाड़ों की यहां क्या स्थिति थी? अब देखिए कितना परिवर्तन हुआ है। यहां के लोगों की भावना है कि 33 करोड़ देवी-देवता यहां आते हैं, विश्राम करते हैं और रहते हैं लेकिन ये किसी को नजर थोड़े आएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक यहां 70-80 लाख लोग यहां घूमने आते थे लेकिन इस बार 1 करोड़ लोग यहां आएंगे। हर तरह की सुविधा लोगों को यहां उपलब्ध कराई गई है। आने जाने में कोई कठिनाई न हो उसका ध्यान रखा गया है। हर जगह का रास्ता ठीक करा दिए हैं। जहां लोग डूबकी लगाकर 33 करोड़ देवी देवता का पुण्य पाते हैं, वहां की स्थिति को भी हम ठीक करवा दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां जो भी सुविधा लोगों को मिल रही है हम चाहेंगे कि यह सुविधा हमेशा बना रहे। उन्होंने कहा कि जहां हमलोगों ने लोगों के लिए सुविधा उपलब्ध कराई वहां जाने के लिए रास्ता भी अच्छा बनवा दिया है। ये छठवा साल है, इस बार जो भी यहां आयेंगे उनको अच्छा लगेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण बोधगया और राजगृह शहर है। पुजारी लोगों ने जो कुछ भी कहा है और जो इनके हित में है हम करेंगे। हमारा बचपन से इनसे संबंध है। जब हम 7-8 वर्ष के थे तब से मां हमारी लेकर यहां आती थी। हम बचपन से यहां आते रहे हैं। 2009 में जब हम यहां आए थे तो 7 दिन तक रूके थे और यहां घूम कर एक-एक चीज को देखे थे। यहां लोगों के लिए हर सुविधा उपलब्ध करवाए थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी रहना होता है तो हम यहीं रहते हैं। पहले हम आते थे तो बिहारशरीफ रूकते थे। बिहारशरीफ का नामकरण भी हमही कीए हैं। पहले इसका नाम बिहार ही था। हम सब धर्म के लोगों का इज्जत करते हुए सब काम करते हैं। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु से लौटने पर लोग तरह-तरह की बाते कर रहे हैं। वहां की प्रेस कांन्फेंस में नहीं होने की लोग बातें कर रहे हैं। लेकिन वहां सबकुछ ठीक रहा। मेरी इच्छा राजगृह आने को थी। हमे लग रहा था कि राजगृह आने में देर हो रही है, इसलिए हम चले आएं। पूरे तौर पर हमलोग साथ हैं। देशहित और समाजहित में जो भी फैसला होगा हमलोग करेंगे। अब रह चीज में बिहार को अवार्ड मिल रहा है। केंद्र सरकार का कोई योगदान नहीं है। बिहार एक गरीब राज्य है। हमलोगों को 17 सालों में बिहार के विकास के लिए जो भी करने का मौका मिला किएं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मीडिया पर बहुत नियंत्रण हो गया है। मेरा थोड़ा बहुत छपता है। लेकिन उधर का फिजूल चीजें भी छप जाती है। लोकसभा चुनाव के बाद आप सब स्वतंत्र होकर लिखिएगा। अभी तक आपलोग को इधर-उधर करना है। लेकिन चुनाव के बाद इस तरह की चीजे से आपसब को मुक्ति हो जाएगी। फिर स्वतंत्रता के साथ आपसब सब बात लिखिएगा। मुझ पूरा भरोसा और विस्वास है।

उन्होंने कहा कि इस मलमास मेला के असवर पर हम भगवान से आग्रह करते हैं कि सबलोगों पर ध्यान रखें। उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग अपने को पुजारी कह कर के इधर-उधर कर रहे हैं। वो लोग पुजारी नहीं हैं क्योंकि पुजारी कभी गड़बड़ नहीं करता है। लेकिन जो लोग इधर से उधर करने वाला है वो अपने को पुजारी कह रहा है। उन्होंने पुजारी लोगों से कहा कि आपलोग इधर–उधर करने वालों पर ध्यान रखिएगा। सबको प्रेम और भाईचारे के साथ इज्जत दीजिएगा। यही हमारा आग्रह है। यहां आने का मौका मिला, मुझे बहुत खुशी मिली है। यहां आकर के नमन कर के मुझे अच्छा लगता है। इसी तरह से हम अन्य जगहों पर भी जाते हैं। जहां-जहां भी महत्वपूर्ण जगह है वहां जाकर के अच्छा लगता है। मलमास मेला में और संख्या बढ़ती रहेगी, मैं ये आशा करता हूं। इसके लिए अधिकारियों का निर्देश देते रहता हूं। यहां लोगों को कोई असुविधा न हो इसका भरपूर ध्यान रखा गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैं मलमास मेले के सभी पुजारियों और आयोजनकर्ताओं को चरण स्पर्श करता हूं और धन्यवाद देता हूं।

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