स्वास्थ्य सेवाओं में प्रबंधकीय क्षमता बढाने को आईआईएम व एसएचएस के बीच आज होगा एमओयू साइनः मंगल पांडेय

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आईआईएम देगा अनुकूलित नेतृत्व, प्रेरक व्यवहार व सॉफ्ट स्किल्स प्रशिक्षण

पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में एक विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवा का बुनियादी ढांचा तैयार करने के लिए देश के सर्वोच्च प्रबंधन संस्थान भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), अहमदाबाद और बिहार राज्य स्वास्थ्य सोसायटी के बीच सोमवार को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया जाएगा। यह करार स्वास्थ्य सेवाओं में दीर्घकालिक सहयोग के निर्माण की दिशा में एक कारगर कदम साबित होगा। इसका मुख्य उद्देश्य है बिहार वासियों को उच्च गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके।

श्री पांडेय ने कहा कि दरअसल स्वास्थ्य विभाग को एक जीवंत कार्यात्मक इकाई में बदलना है, जो ‘सभी के लिए स्वास्थ्य’ के नेक काम के लिए समर्पित है और अपने कर्मचारियों को गुणवत्तापूर्ण नेतृत्व, प्रेरक और व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान करके संगठनात्मक संस्कृति में बदलाव लाना है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए आज सोमवार को राज्य स्वास्थ्य समिति और आईआईएम, अहमदाबाद के साथ एक दीर्घकालिक संबंध में  किया जा रहा है। जिसमें आईआईएम के द्वारा अनुकूलित नेतृत्व, प्रेरक व्यवहार और साफ्ट स्किल्स प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इससे स्वास्थ्य देखभाल के वितरण और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के बीच प्रतिबद्धता, क्षमता और स्वामित्व को मजबूत किया जाएगा। यह केवल कर्मचारियों को न केवल उनके व्यवहार और साफ्ट कौशल में सुधार करने का अवसर प्रदान करेगा, बल्कि कर्मचारी उत्पादकता में सुधार और संगठन की संस्कृति में भी सुधार करेगा।

श्री पांडेय ने कहा कि बिहार भारत का पहला राज्य बन गया है, जिसने भारत के टियर-एक प्रबंधन संस्थान के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करके अपने स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों के नेतृत्व और प्रबंधन क्षमताओं को बढ़ाने की पहल की है। बिहार की स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को विश्वस्तरीय सुविधा में बदलने का पूरा प्रयास है। इससे पहले भी वर्ष 2021 के नवंबर माह में आईआईएम,, बोधगया और बिहार राज्य स्वास्थ्य सोसायटी के बीच एमओयू साइन हुआ था। उसके बाद प्रबंधन संस्थान के द्वारा  53  स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों (सिविल सर्जन, चिकित्सा अधिकारी, डीपीएम, स्वास्थ्य प्रबंधक व प्रखंड स्तर स्वास्थ्य कायॅक्रम प्रबंधन इकाई के सलाहकार शामिल हुए थे) को कवर करने वाले तीन बैचों को नेतृत्व और पांच दिवसीय कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया था।

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