पटना/ मोतिहारीः लगातार दो दिनों से हो रही रूक रूक कर बारिश ने सभी प्रमुख नदियों में पानी का बहाव बढ़ा दिया है। जलग्रहण क्षेत्र नेपाल मे भी हो रही जोरदार बारिश के कारण यहां की नदियों के जल स्तर मे काफी वृद्धि दर्ज की जा रही है, जिसमे सर्वाधिक वृद्धि गंडक नदी मे दर्ज की जा रही है।आज दोपहर बारह बजे पश्चिमी चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी के डाउनस्ट्रीम में 2 लाख 86 हजार 800 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज होने के बाद डुमरियाघाट मे गंडक का पानी का निर्धारित खतरे के निशान 62.02 मीटर को पार कर 62.03 मीटर पर बह रही है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनो तक मध्यम व तेज वर्षापात के अनुमान के बाद गंडक नदी के जलस्तर में कमी आने की संभावना नहीं है। कमोबेश यही स्थिति बूढी गंडक,बागमती और लालबकेया नदी में देखने को मिल रही है। जानकारी के अनुसार लालबकेया नदी गुआबारी मे निर्धारित खतरे के निशान 70.90 मीटर से उपर 71.12 मीटर पर बह रही है। बूढी गंडक लालबेगिया में निर्धारित खतरे के निशान से 63.195 मीटर से नीचे 60.82 मीटर पर बह रही है।वही अहिरौलिया मे खतरे के निशान 59.62 के नीचे 56.12 मीटर पर बह रही है।भले ही बूढी गंडक नदी खतरे के निशान के नीचे बह रही है,लेकिन यह जिले के सुगौली प्रखंड के गोडिगांवा,सुकुल पाकड़ के अलावे बंजरिया प्रखंड के गोबरी सिसवनियां व सुंदरपुर मे कटाव तेज कर दिया है। बूढी गंडक नदी ने एक ही रात मे कई जगहो पर सैकड़ो एकड़ कृषि योग्य जमीन को अपने आगोश मे ले लिया है।वही कई गांवो पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है।आपदा नियंत्रण कक्ष के अनुसार बागमती नदी भी निर्धारित खतरे के निशान 61.20 मीटर के बराबर 61.20 मीटर पर बह रही है।जिस कारण मोतिहारी शिवहर पथ पूरी तरह बाधित हो गया है। कई क्षेत्रो बाढ का पानी तेजी से फैलने लगा है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि अगर मौसम का हाल ऐसा ही बना रहा तो इन नदियों के जल स्तर मे अभी और बढोत्तरी हो सकती है। बाढ के मद्देनजर पूरी सतर्कता बरती जा रही है।जिले मे एनडीआरएफ व एसडीआरएफ टीम को तैनात कर दी गई है,साथ ही जल निस्सरण व जल संसाधन विभाग के अभियंताओ,स्थानीय प्रशासन होमगार्ड के जवान व चौकीदारों को तटबंधो की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने का अलर्ट जारी किया गया है।