भारतमाला परियोजनाः आधुनिक मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क के विकास के लिए त्रिपक्षीय समझौता पर हुआ हस्ताक्षर

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केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केन्द्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग और आयुष मंत्री, सर्बानंद सोनोवाल, और केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री, जनरल (सेवानिवृत्त) वी.के. सिंह देश भर में भारतमाला परियोजना के तहत आधुनिक मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) के तेजी से विकास के लिए त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर साक्षी बने। इसका उद्देश्य माल ढुलाई को केंद्रीकृत करने और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप लॉजिस्टिक की लागत सकल घरेलू उत्पाद के 14 प्रतिशत से कम करके 10 प्रतिशत पर लाना है। त्रिपक्षीय समझौते पर राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंधन लिमिटेड (एनएचएलएमएल), भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्‍ल्‍यूएआई) और रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा हस्ताक्षर किए गए।

इस अवसर पर नितिन गडकरी ने कहा कि वह समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए उत्साहित थे क्योंकि यह निर्बाध मॉडल शिफ्ट प्रदान करेगा, एमएमएलपी यह सुनिश्चित करेगा कि कार्गो को जलमार्ग, समर्पित फ्रेट कॉरिडोर और सड़क परिवहन से स्वैप/स्थानांतरित किया जाए। उन्होंने कहा कि यह गति शक्ति के माध्यम से राष्ट्र का निर्माण कर रहा है।

सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि एक ऐतिहासिक अवसर है जब हम देश भर में तेज, कुशल, किफायती और पर्यावरण के अनुकूल रसद आंदोलन के लिए भारतमाला परियोजना की भावना को लागू करने का प्रस्ताव करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की दृष्टि प्रधानमंत्री गति शक्ति के माध्यम से लागत में आनुपातित बचत की अर्थव्यवस्थाओं को सशक्त और सक्रिय करना है। यह समझौता इस उद्देश्य की प्राप्ति की दिशा में एक गंभीर प्रयास है। मंत्री ने कहा कि हमें विश्वास है कि ऐसे स्टेशनों से देश को अत्यधिक लाभ होगा। उन्होंने कहा कि एमएमएलपी को लॉजिस्टिक्स मूवमेंट के जाल को खोलने और अर्थव्यवस्था को विकास के तेज पथ पर लाने के लिए लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को जीवंत करने के लिए तैयार किया गया है।

एमएमएलपी रेल और सड़क मार्ग से पहुंच के साथ एक माल ढुलाई सुविधा होगी, जिसमें अन्य संबद्ध सुविधाओं के साथ कंटेनर टर्मिनल, कार्गो टर्मिनल (थोक, ब्रेक-बल्क), गोदामों, कोल्ड स्टोरेज, मशीनीकृत सामग्री हैंडलिंग के लिए सुविधाएं और बॉन्डेड स्टोरेज यार्ड के साथ, कस्टम क्लियरेंस क्वारंटाइन जोन, परीक्षण सुविधाएं और वेयरहाउसिंग प्रबंधन सेवाओं आदि जैसी मूल्य वर्धित सेवाएं शामिल हैं। ‘हब एंड स्पोक मॉडल’ के तहत विकसित, एमएमएलपी राजमार्गों, रेलवे और अंतर्देशीय जलमार्गों के माध्यम से माल परिवहन के कई तरीकों को एकीकृत करेगा। समझौता देश के भीतर लॉजिस्टिक की आवाजाही में दक्षता हासिल करने के लिए तीन निकायों के बीच सहयोग और सहयोग मॉडल को रेखांकित करता है।

एमएमएलपी परियोजना विभिन्न प्रकार की वस्तुओं के लिए बड़े पैमाने पर अत्याधुनिक वेयरहाउसिंग सुविधा विकसित करने के लिए तैयार है, जो कार्गो आवाजाही से संबंधित सभी सेवाओं जैसे वेयरहाउसिंग, कस्टम क्लीयरेंस, पार्किंग, ट्रकों के रखरखाव आदि के लिए वन स्टॉप सॉल्यूशन बनने के लिए तैयार है। एमएमएलपी एक अत्याधुनिक माल ढुलाई प्रबंधन प्रणाली के लिए प्रौद्योगिकी संचालित कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करेगा। इन परियोजनाओं में पैकेजिंग, रीपैकेजिंग और लेबलिंग जैसी कई मूल्य वर्धित सेवाएं उपलब्ध होंगी।

एनएचएलएमएल सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) का एक विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) है, जबकि आईडब्ल्यूएआई बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के तहत एक वैधानिक प्राधिकरण है। आरवीएनएल रेल मंत्रालय के तहत एक पूर्ण स्वामित्व वाला सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है। समझौते पर एनएचएलएमएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) प्रकाश गौड़,  आईडब्ल्यूएआई के मुख्य अभियंता और परियोजना प्रबंधक रवि कांत और आरवीएनएल के कार्यकारी निदेशक (योजना) विकास अवस्थी ने हस्ताक्षर किए।

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