दिल्ली/ पटनाः
दिल्ली/ पटनाः यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन ने यूपीएससी सिविल सर्विसेज 2022 फाइनल रिजल्ट की घोषणा कर दी है। इस एग्जाम में इशिता किशोर ने टॉप किया है। यूपीएससी आईएएस परीक्षा में जो उम्मीदवार मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के लिए उपस्थित हुए हैं, वे यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in के माध्यम से अपना रिजल्ट देख सकते हैं। वहीं, दूसरे स्थान पर गरिमा लोहिया और तीसरे स्थान पर उमा हरति एन रही। इस बार इस रिजल्ट में पहले से तीसरे पायदान तक लड़कियों का दबदबा कायम रहा है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के सिविल सर्विसेज परीक्षा के फाइनल रिजल्ट में इस साल भी महिलाओं ने अपना दबदबा कायम रखा, टॉप 4 में महिलाए ही हैं. जिसमें इशिता किशोर ने ऑल इंडिया रैंकिंग-1 पर शामिल हैं। उसके बाद बिहार की गरिमा लोहिया, उमा हरथी एन और स्मृति मिश्रा भी टॉपरों की लिस्ट में शुमार हैं. पिछले साल, श्रुति शर्मा ने यूपीएससी सीएसई- 2021 परीक्षा में अखिल भारतीय रैंक 1 हासिल किया था।
*टॉपर्स*
- 5809986 इशिता किशोर
- 1506175 गरिमा लोहिया
- 1019872 उमा हरति एन
- 0858695 स्मृति मिश्रा
- 0906457 मयूर हजारिका
- 2409491 गहना नव्या जेम्स
- 1802522 वसीम अहमद भट
- 0853004 अनिरुद्ध यादव
- 3517201 कनिका गोयल
- 0205139 राहुल श्रीवास्तव
*बिहार की गरिमा बनी सेकेंड टॉपर*
बिहार के बक्सर की रहने वाली गरिमा लोहिया ने दूसरी रैंक हासिल की है। बक्सर से ही प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण कर दिल्ली से गरिमा ने स्नातक किया। वर्ष 2015 में गरिमा के पिताजी का निधन हो गया था। इस सदमें से आहत गरिमा ने सोशल मीडिया से मोटिवेट होकर सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी शुरू की और अपने पिताजी के सपने को साकार किया। सबसे अहम बात ये है कि पिता के जाने के बाद मां ने दोनों की जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। जब तक गरिमा पढ़ाई करतीं थीं, मां जगी रहती थीं। गरिमा को भरोसा था कि यूपीएससी क्रेक कर लेंगी। मगर दूसरे स्थान पर ऑल इंडिया रैंकिंग में अपना जगह बनाया। इस कामयाबी के बाद गरिमा लोहिया और उनके परिवार को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। पिपरपाती रोड बंगला घाट पर लोग बधाई देने के लिए पहुंच रहे हैं।
*घर में रहकर की पढ़ाई*
गरिमा लोहिया बक्सर, बिहार से हैं। यहीं के वुड स्टॉक स्कूल से पढ़ाई की है। पिता स्व मनोज लोहिया का निधन हो चुका है। गरिमा ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान यूपीएससी की तैयारी का फैसला किया और पूरी लगन से प्रिपरेशन में लग गईं। अपने पहले प्रयास में उन्हें कामयाबी नहीं मिली मगर दूसरे प्रयास में उन्होंने पूरे देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। गरिमा ने घर पर रहकर पढ़ाई करने की ठानी। उन्होंने कहा, ‘जरूरी नहीं कि तैयारी के लिए किसी बड़े शहर जाया जाए और महंगी कोचिंग की जाए। आपको जहां बैठना पढ़ना सुविधाजनक लगता है, वहीं बैठकर पढ़ाई करें। मैंने घर पर रहकर पढ़ने का फैसला इसलिए किया क्यों जब भी हम कभी डीमोटिवेटेड फील करते हैं, तब फैमिली का सपोर्ट बहुत काम आता है।’ उन्होंने किताबों से खुद पढ़कर और ऑनलाइन स्टडी मटीरियल की मदद से पढ़ाई की और कामयाबी हासिल की।
*गरिमा कहती है….*
गरिमा कहती हैं, ‘ मैं बहुत खुश हूं कि मैंने एक छोटे शहर में रहकर बड़ा सपना देखा और आज ये सपना सच भी हुआ है। मैंने किसी टाइमटेबल को फॉलो कर तैयारी नहीं की। किसी किसी दिन 8-9 घंटे तक पढ़ाई की तो कभी 2-3 घंटे ही की। जरूरी ये है कि आप खुद अपने लिया स्ट्रैटजी बनाएं और हर दिन कुछ न कुछ पढ़ें। कामयाबी के लिए कंसिस्टेंसी जरूरी है।’
*व्यवसायी परिवार से है गरिमा*
गरिमा लोहिया बक्सर की एक व्यवसायी परिवार से हैं। उनके दादाजी का नाम नारायण लोहिया है जो बक्सर में व्यवसायी हैं। गरिमा ने बताया कि उनके पिता की मृत्यु 7 साल पहले हो गई थी जिसके बाद वो काफी टूट गई थीं लेकिन गरिमा ने हिम्मत नहीं खोया और अपनी पढ़ाई जारी रखी। गरिमा ने बताया कि उन्होंने स्कूलिंग बक्सर से की और टेंथ यहां के वुडस्टॉक स्कूल से पास करने के बाद दिल्ली अध्ययन के लिए चली गई। गरिमा ने बताया कि कोरोना काल में ही वह बक्सर अपने घर आ गई और इसके बाद यहां रह कर के खुद से सेल्फ स्टडी की।
परीक्षा के फाइनल में कुल 933 परीक्षार्थी सफल घोषित हुए हैं. इनमें 345 कैडिडेट्स अनारक्षित श्रेणी से चयनित हुए हैं। जबकि ई0डब्ल्यू0एस0 कोटे से 90, ओबीसी कोटे से 263, एससी से 154 अभ्यर्थी और एसटी से 72 परीक्षार्थियों ने सफलता पाई है। इसके अलावा 178 कैंडिडेट्स की रिजर्व लिस्ट भी बनाई गई है। यूपीएससी के रिजल्ट में 180 अभ्यर्थियों को आईएएस के लिए सलेक्ट किया गया है। गरिमा ने दूसरा स्थान पाया है इसलिए उनके मन मुताबिक पोस्ट मिलनी तय है। पहले स्थान पर इशिता किशोर हैं जबकि दूसरे स्थान पर बिहार की रहने वाली गरिमा लोहिया हैं। कुल 933 कैंडिडेट इस परीक्षा में चयनित हुए हैं।
*मुख्यमंत्री ने दी बधाई एवं शुभकामनायें*
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा परीक्षा 2022 में सफल अभ्यर्थियों को बधाई एवं शुभकामनायें दी हैं तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस बार संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा परीक्षा में टॉप फोर में लड़कियाँ ही रहीं हैं। उन्होंने टॉप फोर में स्थान प्राप्त करने वाली इशिता किशोर, गरिमा लोहिया, उमा हराथी एन० एवं स्मृति मिश्रा को विशेष तौर पर बधाई देते हुये कहा है कि यह बेहद खुशी की बात है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बक्सर की गरिमा लोहिया ने देश में दूसरा स्थान प्राप्त कर राज्य का नाम रौशन किया है। देश की बेटियों की यह सफलता आधी आबादी को प्रेरणा प्रदान करेगी।