मॉनसून में रोहतास का मांझर कुंड वाटर फॉल बना बेस्ट टूरिस्ट स्पॉट, सावन में स्वर्ग से कम नही है कैमूर पहाड़ी की प्राकृतिक छटाएं

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डॉ. सुरेन्द्र सागर
सावन आते ही कैमूर की पहाड़ी पर कल कल की आवाज के साथ पत्थरों और चट्टानों से गिरते जल प्रपात के बीच स्नान करने व पिकनिक मनाने को ले पर्यटकों की भीड़ बढ़ने लगी है।हरे भरे खूबसूरत पहाड़ की वादियों में मांझर कुंड,धुंआ कुंड,सीता कुंड,हनुमान धारा जैसे प्राकृतिक सौंदर्य को नजदीक से निहारने और स्नान व पिकनिक का आनन्द उठाकर पर्यटक रोमांचित हो रहे हैं।
मांझर कुंड वाटर फॉल की खूबसूरती देखते ही बन रही है।यहां पहुंच रहे पर्यटक पिकनिक का आनन्द उठाना नही भूलते।
रोहतास जिले के सासाराम में मां ताराचंडी मन्दिर के सामने कैमूर की पहाड़ी पर करीब दस किलोमीटर ऊपर चढ़ने के बाद मिलने वाला मांझर कुंड वाटर फॉल मॉनसून के इस महीने में बेस्ट टूरिस्ट स्पॉट बना हुआ है। बरसात के दिनों में यहां की प्राकृतिक छटाएं स्वर्ग से कम रोमांचित नही करती।यहां के वाटर फॉल से गिरते झरने की संगीत हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देती है और लोग सहसा ही इसे देखकर उछल पड़ते हैं।मांझर कुंड के सामने खड़ा होकर सूर्योदय और सूर्यास्त देखने को ले भी पर्यटकों की भीड़ सुबह से शाम तक पहाड़ पर डटे रहती है।पहाड़ी पर पथरीले रास्ते से चलकर मांझर कुंड पहुंचने वाले पर्यटकों की खुशी का ठिकाना नही है।पर्यटक पहाड़ी पर हरियाली बिखेर रहे विभिन्न तरह के पेड़ पौधों की निहारते नही थकते।जंगल पहाड़ नदी झरने के साथ साथ आसपास के पहाड़ी गांव,पहाड़ी लोग और पहाड़ पर चरती देशी पहाड़ी गायें पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
कैमूर की यह पहाड़ी प्रकृति प्रेमियों की पहली पसंद बन गई है।पहाड़ी पर स्थित मांझर कुंड सिक्ख और हिन्दू धर्म के लिए धार्मिक रूप से भी महत्वपूर्ण है।प्राचीन काल से ही साधु संतो और ऋषि मुनियों के लिए मांझर कुंड प्रकृति और एकांत वातावरण के बीच साधना का केंद्र रहा है। ऐसे में मांझर कुंड के आस पास कई साधु संतो के कुटिया के रूप में इमारतें आज भी मौजूद हैं।
मांझर कुंड बिहार की राजधानी पटना से 158 किलोमीटर और सासाराम से आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।मांझर कुंड में कभी कभी अत्यधित पानी के आने से बाढ़ की स्थिति आ जाती है।ऐसे में पर्यटकों को सावधानी बरतने और मांझर कुंड में स्नान करने से बचना चाहिए।मांझर कुंड के समीप स्थित धुंआ कुंड,सीता कुंड को विकसित कर इसे पर्यटन के मानचित्र पर खड़ा करने की सरकार ने भी पहल शुरू कर दी है।यहां के हनुमान धारा समेत कई जलप्रपातों अब विकसित करने की योजना पर कार्य शुरू होने वाला है।हाल ही में सरकार के पर्यटन सचिव ने रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार,डीएफओ मनीष कुमार के साथ कैमूर की पहाड़ी पर स्थित इन पर्यटक स्थलों का जायजा लिया था और इन्हें विकसित करने की कार्य योजना तैयार की है।
मांझर कुंड,सीता कुंड,धुंआ कुंड,हनुमान धारा समेत खूबसूरत पहाड़ की वादियों में पर्यटन के लिए पहुंच रहे लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस लगातार पहाड़ी के ऊपर पेट्रोलिंग भी कर रही है।

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