भाषा एवं पुस्तकालय विभाग की विशेषाधिकारी एवं उप निदेशक (अनुवाद ) ने किया कोटा पब्लिक लाईब्रेरी का नीरीक्षण

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कोटाः राजस्थान सरकार के भाषा एवं पुस्तकालय विभाग, जयपुर की उपनिदेशक (अनुवाद) डा. रेणुका राठोर एव विशेषाधिकारी डॉ पूनम गुप्ता नें राजकीय सार्वजनिक मंडल पुस्तकालय कोटा की पुस्तकालय की व्यवस्थाओ का जायजा लिया । इस अवसर पर उन्होने पुस्तक रख- रखाव , नवीन सेवाओं , रोकड पंजिका , अंकेक्षण प्रतिवेदनों , संदर्भ सेवाओं , औडीयो बुक सर्विस , विडीओ लेक्चर सर्विस , दृष्टिबाधित एवं विकलांगजनों को समर्पित सेवा इत्यादि का सघन निरिक्षण किया तथा संभागीय पुस्तकालयाध्यक्ष डा. दीपक कुमार श्रीवास्तव के साथ पाठकों से निजि सम्पर्क कर उनकी रायशुमारी जानी और पाठकों के सकारात्मक दृष्टिकोण पर खुशी जाहिर करते हुयें उन्होने कहा कि यंहा कि पुस्तकालय मे वास्तविक फुट फाल्स के लिए “पीपुल काउंटिंग केमेरा”, “ बुक्स ऑन स्क्रीन” सुविधा आधुनिक पुस्तकालय के सृजनात्मकता को दिखाती है उन्होने कहा कि इस पुस्तकालय की पहल को वह निदेशक महोदय के संज्ञान मे लाकर इन नवाचारों को अन्य पुस्तकालय मे प्रयोग मे लाने का सुझाव देंगी ।

        इस अवसर पर उपनिदेशक (अनुवाद)  डा. रेणुका राठोर ने प्रतियोगी साहित्य की पुस्तक प्रदर्शनी का शुभारंभ किया | विशेषाधिकारी डॉ पूनम गुप्ता ने लाईब्रेरी ऑटोमेशन का शुभारंभ किया | डॉ रेणुका ने कहा की यहा की “ म्युजिक लाईब्रेरी संग्रह ”  अनुपम हे उन्होने इस अवसर पर कहा कि – कम्युनिटीज के इंटरेस्ट को देखकर पुस्तकालय सेवाओं को स्थापित करने मे राज्य का यह पुस्तकालय अग्रणी हैं । यही कारण है कि यह पुस्तकालय टॉक शो मे देश मे नम्बर वन , एल.जी.बी. टी सर्विसेज मे देश मे द्वितीय स्थान पर एवं राजस्थान मे प्रथम स्थान पर हे |

        डॉ पूनम गुप्ता ने इस अवसर कहा की यह कोटा का पुस्तकालय श्रेष्ठ और आधुनिकतम सुविधाओं का बेजोड़ उदाहरण हें | यहाँ के सामान्य पाठको के लिए मुद्रित ग्रंथो का वर्गीकृत संग्रह अनुपम हे, सभी पुस्तकों पर बारकोड स्टीकर लगाया हुआ हे, लोकेशन अंकित हे, सामान्यकर्मी भी ग्रंथो को फलक पर व्यवस्थापित कर सकता हे | , पुस्तकालय की सभी सेवाए स्वचालित हे, ऑनलाइन पंजीकरण से सदस्यता तुरंत प्राप्त होती हे, फोटो भी त्वरित लिया जाता हे जिससे पाठको का फोटोज पर होने वाला व्यय से निजात मिलती हे, जेसे ही पाठक सदस्यता ग्रहण करता हे , उसे एस.एम्.एस.प्राप्त होता हें साथ ही सूचना ई -मेल पर भी प्राप्त होती हे, इच्छुक पाठको को नेशनल डीजीटल लाईब्रेरी ऑफ़ इण्डिया ( एन.डी.एल.आई.) की सदस्यता प्रदान कर दी जाती हे, वही भारत के सार्वजनिक पुस्तकालय के प्रथम एन.डी.एल.आई. क्लब की सदस्यता भी प्रदान कर दी जाती हे |  

        दृष्टिबाधित को लिए पुस्तकालय सेवामे देश में अग्रणी हे, यहाँ ब्रेल पुस्तकों की सुविधा के साथ रेफ्रेशेबल ब्रेल (फोकस -40), डेक्स्ब्रेरी ब्रेल प्रिंटींग सेवा , इंस्टेट ऑपन आई पल रीडींग सुविधा , टेक्स्ट टू स्पीच सर्विस (टीटीस) जेसी आधुनिकतम कटिंग एज टेक्नोलोजी से सुसज्जित हे, स्थानीय आवाज में साहित्य हेतु “कोटा पुस्तकालय का वायस डोनेशन इनिशियेटीव” काफी लोकप्रिय हेई जिसमे देश के कई युवा आवाज दान कर साहित्य सेवा कर रहे हे | यह पुस्तकालय संगीत साहित्य संग्रह हेतू राजस्थान में अग्रणी हे | यहाँ 1800 से अधिक संगीत के दुर्लभ हस्तालिकित और मुद्रित संग्रह हे, | २३००० करीब ओडीयो बुक्स हे, प्लान्सेज के वर्चुअल क्लास रूम सुविधा , सेज पब्लिकेशन्स की ई -बुक्स तथा ई -जर्नल्स उपलब्ध हे, अत्याधुनिक फर्नीचर के साथ रीडींग लाउंज , डॉ एस.आर रंगानाथन कन्वेंशनल सम्मेलन कक्ष हे, सभी कक्ष इंटरकोम सुविधा से कनेक्टेड हे तथा सभी में सी.सी.टी.वी कैमरे लगे हुए हे, फुताफाल्स के अवलोकन के लिए प्युपील काउन्तींग कैमरे लगे हुये हे, देश में सर्वाधिक टाक शो के कारण आईपीलएम् ने इसे देश में नंबर वन घोषित किया | सार्वाधिक आयोजनों के कारण इसे उत्सव  पुस्तकालय भी कहा जाता हे|  लोकल एरिया नेटवर्क , वाई-फाई सुविधा के साथ प्रिंट कोपी सकें सुविधा भी उपलब्ध हे | कुल मिलाकर यदि आप राजस्थान में सार्वजनिक पुस्तकालयों के लिए गौरव का क्षण देखना चाहे तो कोटा पुस्तकालय अवश्य भ्रमण करे ......काफी कुछ हें सीखने को...... आगे बढ़ने को |

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