केंद्रीय मंत्री मुंडा की पहल पर पूर्वी भारत में होगा शहद क्रांति का आगाज

देश

  • झारखंड में स्थापित होगी अंतरराष्ट्रीय स्तर की अत्याधुनिक बड़ी शहद टेस्टिंग लैब
  • हनी हब बनने से क्षेत्र के शहद उत्पादक हजारों किसानों को मिलेंगे निर्यात के अवसर

दिल्लीः केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा की पहल पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तत्वावधान में पूर्वी भारत में शहद क्रांति का आगाज होने जा रहा है। झारखंड में अंतरराष्ट्रीय स्तर की अत्याधुनिक बड़ी शहद टेस्टिंग लैब स्थापित की जाएगी, जिसका शिलान्यास 14 मार्च को केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा करेंगे। इस क्षेत्र के हनी हब बनने से शहद उत्पादक हजारों किसानों को घरेलू बाजार में विस्तार के साथ ही निर्यात के अवसर भी प्राप्त होंगे, जिससे उनका जीवन स्तर ऊंचा उठेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में, देश में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों तथा किसानों को प्राथमिकता केंद्र सरकार सदैव प्राथमिकता देती रही है। इसी क्रम में, झारखंड एवं आसपास के राज्यों- बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा आदि की अनूठी शहद किस्मों को अंतरराष्ट्रीय पहचान देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार के संस्थानों द्वारा मंत्री श्री मुंडा की पहल पर अत्याधुनिक वृहद शहद परीक्षण प्रयोगशाला तथा अन्य परियोजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गई है। इनका शिलान्यास कार्यक्रम भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि उच्चतर प्रसंस्करण संस्थान नामकुम, रांची, झारखंड में 14 मार्च को दोपहर में होगा। इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद संजय सेठ तथा विधायक राजेश कच्छप सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्यजन भी उपस्थित रहेंगे।

इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान तथा मधुमक्खीपालक शामिल होंगे। इस अवसर पर एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र एवं मधुमक्खी पालन और बांस संवर्धन परियोजना की भी सौगातें प्रदान की जाएगी। राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन तथा कृषि विज्ञान केंद्र- खूंटी, रांची, गुमला, सिमडेगा, सराईकेला, पश्चिमी सिंहभूम सहित विभिन्न संस्थान इसमें सहभागी है।

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