भाजपा संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति का ऐलान तो हो गया मगर बिहार के किसी नेता को इसमें जगह नहीं दिया गया है। वहीं संसदीय बोर्ड से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। केंद्रीय चुनाव समिति से शाहनवाज हुसैन को हटाया गया है। वहीं इस अहम समिति से जोएल ओरम को भी भाजपा ने हटा दिया है। भाजपा संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति के अध्यक्ष जेपी नड्डा होंगे। सर्वानंद सोनोवाल और बीएस येदियुरप्पा को भाजपा ने बोर्ड में शामिल किया है। संसदीय बोर्ड भाजपा की सबसे ताकतवर संस्था है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को संसदीय बोर्ड में तो जगह नहीं मिली, लेकिन उन्हें चुनाव समिति का सदस्य बनाया गया है। उनके अलावा वन मंत्री भूपेंद्र यादव और राजस्थान से आने वाले ओम माथुर को भी इस चुनाव समिति में जगह दी गई है।
भाजपा संसदीय बोर्ड को पार्टी की सबसे ताकतवर संस्था के रूप में जाना जाता है। राष्ट्रीय स्तर या फिर किसी भी राज्य में अगर गठबंधन की बात होती है तो उसमें संसदीय बोर्ड का ही फैसला अंतिम माना जाता है। इसके अलावा राज्यों में विधान परिषद या विधानसभा में लीडर चुनने का काम भी यही बोर्ड करता है
*भाजपा संसदीय बोर्ड*
* जगत प्रकाश नड्डा (अध्यक्ष)
* नरेंद्र मोदी
* राजनाथ सिंह
* अमित भाई शाह
* बी. एस. येदयुरप्पा
* सर्बानंद सोनोवाल
* के. लक्ष्मण
* इकबाल सिंह लालपुरा
* सुधा यादव
* सत्यनारायण जटिया
* बी एल संतोष (सचिव)
चुनाव समिति भाजपा में दूसरी सबसे ताकतवर संस्था होती है।इसके सदस्य लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनाव के टिकटों पर फैसला लेते हैं। इसके अलावा ये भी तय करती है कि कौन सीधे चुनावी राजनीति में आएगा और कौन इस राजनीति से बाहर रखा जाएगा। चुनावी मामलों की सभी शक्तियां पार्टी की चुनाव समिति के पास होती है।
*भाजपा चुनाव समिति*
* जगत प्रकाश नड्डा (अध्यक्ष)
* नरेंद्र मोदी
* राजनाथ सिंह
* अमित भाई शाह
* बी. एस. येदयुरप्पा
* सर्बानंद सोनोवाल
* के. लक्ष्मण
* इकबाल सिंह लालपुरा
* सुधा यादव
* सत्यनारायण जटिया
* भूपेन्द्र यादव
* देवेन्द्र फडणवीस
* ओम माथुर
* बीएल संतोष (सचिव)
* वनथी श्रीनिवास (पदेन)