दिल्लीः भूकंप के झटकों के कारण काफी देर तक धरती हिलती रही, जिसके बाद लोग अपने-अपने घरों और दफ्तरों से निकलकर बाहर खुले स्थान पर आ गए। दिल्ली और उसके आसपास राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं , इसी तरह के झटके लखनऊ में भी झटके महसूस किए गए। दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे उत्तर भारत में मंगलवार की दोपहर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के कारण काफी देर तक झटके लगते रहे। भूकंप की तीव्रता इतनी जोरदार थी कि घर और दफ्तरों से निकलकर लोग तुरंत ही सड़कों पर आ गए। बताया जा रहा है कि भूकंप का केद्र नेपाल में था। भूकंप के झटके आधे घंटे के अंतर से दो बार महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी कि दिल्ली से उत्तराखंड पूरे उत्तर भारत में धरती कांप गई। उत्तराखंड के खटीमा तक में लोगों ने झटके महसूस किए।
नेशनल सिस्मोलॉजी सेंटर के मुताबिक भूकंप के झटके दो बार आए। पहला झटका दोपहर 2।25 बजे आया, जिसकी तीव्रता 4।46 थी। इसके करीब आधे घंटे बाद दोपहर 2।51 बजे भूकंप का एक और झटका आया, जिसकी तीव्रता 6।2 थी। भूकंप के इस झटके ने ही लोगों को अपने घरों से बाहर भागने के लिए मजबूर कर दिया।
धरती की ऊपरी सतह सात टेक्टोनिक प्लेटों से मिल कर बनी है। जहां भी ये प्लेटें एक दूसरे से टकराती हैं वहां भूकंप का खतरा पैदा हो जाता है। भूकंप तब आता है जब इन प्लेट्स एक दूसरे के क्षेत्र में घुसने की कोशिश करती हैं, प्लेट्स एक दूसरे से रगड़ खाती हैं, उससे अपार ऊर्जा निकलती है, और उस घर्षण या फ्रिक्शन से ऊपर की धरती डोलने लगती है।