महागठबंधन सरकार द्वारा बिहार में किया जा रहा विधायिका , न्यायपालिका और संवैधानिक संस्थाओ का अपमान ,
जदयू को बिहार में भ्रष्टाचार , अपराध और अराजकता से मुक्त करने का प्रस्ताव लाना चाहिये ,
जनादेश का अपमान कर जदयू द्वारा महागठबंधन सरकार बनाना बिहार की जनता के साथ छलावा,
पटना , 30 दिसम्बर 2023
भाजपा विधानमंडल दल के नेता श्री विजय कुमार सिन्हा ने जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पारित राजनितिक प्रस्ताव को हास्यास्पद बताते हुये कहा है कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार संघीय ढांचे और लोकतंत्र का सम्मान करते हुये इसे मजबूत बनाने हेतु हर संभव प्रयास कर रही है।
श्री सिन्हा ने कहा कि जदयू अभी देश में आपातकाल लगाने वाले कांग्रेस के साथ राज्य में सरकार चला रही है। सरकार के द्वारा विधायिका , न्यायपालिका और अन्य संवैधानिक संस्थाओ का अनादर और अपमान किया जाता है। जन प्रतिनिधियों का तिरस्कार , न्यायपालिका के आदेश की अवहेलना , राजभवन के साथ टकराव और स्वायत्त संस्थाओं द्वारा पारित आदेश की अनदेखी करना सामान्य बात हो गई है। शासन और पुलिस के लोगों द्वारा न्यायालय की अवमानना के कारण उनपर कई बार दंड भी अधिरोपित किया गया है।
श्री सिन्हा ने कहा कि जदयू द्वारा जनादेश का अपमान कर महागठबंधन सरकार बनाया गया। यह बिहार की जनता के साथ छलाबा हुआ। 17 माह से राजद के साथ सरकार चला रहे हैं। राज्य में हत्या , लूट ,अपहरण और बलात्कार ही इनकी उपलब्धि है। प्रशासनिक आराजकता के कारण अपराध चरम पर है। जनता का दुख दर्द सुनने और बाँटने वाला कोई नहीं है। जदयू को बिहार को भ्रष्टाचार अपराध औऱ अराजकता से मुक्त करने हेतु प्रस्ताव पारित करना चाहिये था।
श्री सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष सजायाफता है परन्तु राज्य के शासन-प्रशासन की दैनिक कार्यों में उनका हस्तक्षेप होता है। जदयू को इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिये।जदयू के पुर्व के राष्ट्रीय अध्यक्ष जॉर्ज फ़र्नान्डिस, शरद यादव, आर. सी. पी सिंह की विदाई को राज्य के लोगों ने देखा है।वर्तमान अध्यक्ष की भी विदाई हुई है पर इनकी विदाई के वाद जिस प्रकार का जश्न जदयू के लोगों द्वारा मनाया गया ,यह विस्मयकारी है। अपने स्वाभिमान का त्याग कर उस पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं था।
श्री सिन्हा ने कहा कि उनके द्वारा जदयू को तोड़कर ओरिजनल जंगल राज बालों की सरकार बनाने की चर्चा है।देखना है कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार नये राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में इसे रोकने में सफल होते हैं अथबा नहीं?