रक्षा मंत्री कार निकोबार द्वीप और कैंपबेल खाड़ी में रुके, जमीनी स्थिति की ली जानकारी

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दिल्लीः रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की अपनी दो दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन यानी 6 जनवरी, 2023 को देश के सबसे दक्षिणी हिस्से इंदिरा पॉइन्ट का दौरा किया। उनके साथ अंडमान और निकोबार कमान के कमांडर-इन-चीफ (सीआईएनसीएएन) लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह भी थे। श्री राजनाथ सिंह ने रक्षा तैयारियों की समीक्षा की और सैनिकों को क्षेत्र में राष्ट्रीय हितों की रक्षा जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।

इंदिरा पॉइन्ट ग्रेट चैनल के साथ स्थित है, जिसे लोकप्रिय रूप से ‘सिक्स डिग्री चैनल’ के रूप में जाना जाता है। यह अंतरराष्ट्रीय यातायात के लिए एक प्रमुख पोत परिवहन मार्ग है। इस क्षेत्र में सशस्त्र बलों की सुदृढ़ उपस्थिति भारत को एक प्रमुख सुरक्षा प्रदाता होने की अपनी जिम्मेदारी का बेहतर निर्वहन करने के लिए तैयार करती है।

इस यात्रा के दौरान रास्ते में रक्षा मंत्री कार निकोबार द्वीप और कैंपबेल खाड़ी में रुके, जहां उन्हें जमीनी स्थिति की जानकारी दी गई। इसके अलावा उन्होंने अंडमान और निकोबार कमान की संयुक्त सेवा के जवानों के साथ भी बातचीत की और उनकी अद्वितीय बहादुरी और प्रतिबद्धता के साथ देश की सेवा करने के लिए सराहना की।

रक्षा मंत्री अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी समूह के क्षेत्र से परिचित थे। उन्होंने आईएनएस बाज का दौरा करने के साथ सैनिकों से बातचीत की।

इससे पहले 5 जनवरी, 2023 को रक्षा मंत्री ने पोर्ट ब्लेयर में अंडमान और निकोबार कमान के मुख्यालय का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने कमान की परिचालन संबंधी तैयारियों और क्षेत्र में बुनियादी ढ़ांचे के विकास की समीक्षा की।

रक्षा मंत्री ने जनवरी 2019 के बाद पहली बार इंदिरा पॉइन्ट का दौरा किया है। भारतीय-प्रशांत महासागरीय क्षेत्र के इन सुदूर द्वीपों की निकटता के मद्देनजर रणनीतिक संकेत देने के अलावा रक्षा मंत्री की अंडमान-निकोबार कमान की यात्रा ने यहां तैनात सैनिकों को प्रेरित किया। उल्लेखनीय है कि अंडमान और निकोबार कमान 21 साल पुराना सफल एकीकृत युद्धक्षेत्र कमान है, जिसकी योजना अब राष्ट्रीय स्तर पर बनाई जा रही है।

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