डॉ. सुरेन्द्र सागर
बिहार के सहरसा जिले की बेटी लक्ष्मी झा इनदिनों देश और दुनिया मे एक के बाद एक पर्वत की चोटियों को फतह करने का रिकॉर्ड दर्ज करने में लगी है।अदभ्य साहस और विलक्षण प्रतिभा से परिपूर्णता के साथ कुछ कर गुजरने की प्रेरणा उन्हें भाजपा के संस्थापक सदस्य और पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा से मिली। पर्वतारोही लक्ष्मी झा बड़े ही गर्व के साथ बताती हैं कि अगर आरके सिन्हा जी का सानिध्य मुझे नही मिलता तो पर्वतारोही बनने का उनका सपना कभी पूरा नही हो पाता।उन्होंने बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया और अन्य संपर्क माध्यमो से सुना था कि आरके सिन्हा जी सामाजिक,सांस्कृतिक एवं अन्य क्षेत्रों की विलक्षण प्रतिभाओ को आगे बढ़ाने और उनके सपनों की पंख लगाकर ऊंची उड़ान देने का पुण्य कार्य करते हैं।उन्होंने ने भी ऐसे दानवीर एवं प्रेरणापुंज आरके सिन्हा का सानिध्य प्राप्त किया और उत्तराखंड में पर्वतारोही बनने की ट्रेनिंग शुरू की।वर्ष 2022 में ट्रेनिंग के बाद सबसे पहले उन्होंने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप को फतह कर पर्वतारोही के रूप में बिहार की पहली बेटी बनने का गौरव हासिल किया। फिर उन्होंने साउथ अफ्रीका और तुर्की की सबसे ऊंची चोटी को फतह कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पर्वतारोही बनने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया और इस तरह वह बिहार से देश की पहली महिला पर्वतारोही बनने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।फिलहाल वह दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने की तैयारी में जुटी हुई है और उनका कहना है कि पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा जी की प्रेरणा और सहयोग से मार्च 2024 में वह माउंट एवरेस्ट की चोटी को फतह करने के अपने मिशन में कामयाब होंगी।
दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने की तैयारियों में जुटी लक्ष्मी झा सोमवार को भोजपुर जिले के कोइलवर प्रखंड स्थित बहियारा गांव पहुंची और यहाँ पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा जी की निजी सुरक्षा एजेंसी एसआईएस के क्षेत्रीय ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण लेने वाले निजी सुरक्षाकर्मियों को प्रशिक्षित किया। उन्होंने क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र में ट्रेनिंग ले रहे सुरक्षा कर्मियों को अनुशासन, स्वास्थ्य,कम्प्यूटर और स्किल डेवलपमेंट को ध्यान में रखते हुए लक्ष्य को हासिल करने और निजी सुरक्षा के क्षेत्र में नई उपलब्धियों को हासिल करते हुए एसआईएस का परचम लहराने की तरफ निरन्तर आगे बढ़ने की सीख भी दी।उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे सुरक्षा कर्मियों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि एक के बाद एक मिल रही सफलता ने मुझे हिम्मत और साहस दिया और निरन्तर मिल रही नई ऊर्जा ही मुझे चोटियों को फतह करने के लिए सदा प्रेरित करता रहा है। उन्होंने एसआईएस के ट्रेनिंग सेंटर के आसपास और इससे सटे यज्ञानन्द लाल जैविक कृषि बाग में फलदार पौधे भी लगाए।उन्होंने एसआईएस के ट्रेनिंग सेंटर के आसपास और इससे सटे यज्ञानन्द लाल जैविक कृषि बाग में फलदार पौधे भी लगाए।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नेपाल की पहाड़ियों से सटे मेरे गाँव के होने की वजह से मुझे पर्वतों पर चढ़ने का शौक बचपन से था।छोटी छोटी पहाड़ियों पर चढ़ते चढ़ते बड़ी बड़ी पहाड़ियों पर चढ़ने के जुनून ने मुझे अंतर्राष्ट्रीय स्तर का पर्वतारोही बना दिया और पर्वतों पर चढ़ने और बिहार व देश का नाम रौशन करने में पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा का मिल रहा सहयोग मुझे नई मंजिल तय करने में मिल का पत्थर साबित होगा।