शाहाबाद ब्यूरो
विश्वविद्यालयों के शिक्षक अपने आन्दोलन के दूसरे चरण में कल 5 सितंबर “शिक्षक दिवस” को काला बिल्ला लगाकर शिक्षकों के प्रति शिक्षा विभाग के नाकारात्मक सोच और कार्यशैली पर अपना विरोध प्रदर्शित करेंगे।फुटाब के अध्यक्ष कन्हैया बहादुर सिन्हा एवं महासचिव संजय कुमार सिंह, विधान पार्षद, ने सभी शिक्षकों को धरना-प्रदर्शन के सफल कार्यक्रम के लिए बधाई एवं धन्यवाद देते हुए अपील किया है कि उसी जोश खरोश के साथ इस कार्यक्रम को भी सफल बनाएंगे।
फुस्टाब के अध्यक्ष राम जतन सिन्हा एवं महासचिव दिलीप चौधरी ने कहा कि शिक्षक राज्य सरकार के मनमाने आदेशों, यथा संघ संगठनों की गतिविधियों में भाग लेने पर प्रतिबंध, अंगीभूत महाविद्यालयों की गतिविधियों में जिला प्रशासन के हस्तक्षेप हेतु समितियां गठित कर स्वायत्तता पर हमलों, मासिक वेतन पेंशन भुगतान हेतु रोज नए नए शर्त लगाकर 2024-25 के बजटीय अनुबंध के अनुरूप अनुदान विमुक्त करने में छः माह से टाल-मटोल कर आर्थिक रुप से शिक्षकों और कर्मचारियों को परेशान की नीति के विरुद्ध विरोध जारी रहेगा।
महासचिव द्वय ने सरकार को आगाह किया कि अगर विश्वविद्यालयों के प्रति वर्तमान रवैए को नहीं बदला तो राज्य व्यापी व्यापक विरोध की रुपरेखा 15 सितम्बर के बाद तय की जाएगी।
उन्होंने यह भी अपील किया है कि अखिल भारतीय शिक्षक महासंघ ( एआईफुक्टो ) के शिक्षक दिवस से , केन्द्र सरकार की शिक्षा नीतियों में सुधार हेतु , प्रारंभ हो रहे देश व्यापी प्रतिरोध कार्यक्रमों को भी सफल बनाएं।