डॉ. सुरेन्द्र सागर, शाहाबाद ब्यूरो (आरा कार्यालय)
डूबते को तिनके का सहारा जैसे इस कहावत को चरितार्थ करते लोग भोजपुर के बड़हरा प्रखंड में बाढ़ पीड़ितों के बीच यथासम्भव राहत सामग्री पहुँचाते दिख रहे हैं. गंगा नदी की तेज लहरों के बीच मोटरबोट पर सवार होकर मदद का हाथ बढ़ाये सामाजिक कार्यकर्ता, उद्योगपति और स्वयंसेवी संगठनों के लोग बड़हरा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में घिरे असहाय लोगों के बीच पहुंचकर सेवा करते नजर आ रहे हैं. मानवीय संवेदनाओं की अमिट तस्वीर प्रस्तुत कर रहे लोगों में से एक सफल उद्योगपति, समाजसेवक एवं बखोरापुर गांव निवासी अजय सिंह बाढ़ की भीषण त्रासदी की घड़ी में अब चर्चा में हैं जिन्होंने जान को जोखिम में डालकर सेवा का हाथ बढ़ाया है. तिनका बनकर बाढ़ ग्रस्त इलाकों में उतरे अजय सिंह ने राहत और बचाव कार्य को लेकर पूरी ताकत झोंक दी है.
कभी उड़ान जारी है के नाम से सामाजिक कार्यों के लिए देश के अनेक हिस्सों तक हवाई यात्रा कर पहुँचने और प्रतिभावान खिलाड़ियों, गीतकारों, संगीतकारों, अदाकारों, युवा वैज्ञानिकों, छात्रों की प्रतिभा को निखारने के लिए कई तरह के कार्यक्रमो का आयोजन कराकर उन्हें अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर देने वाले उद्योगपति अजय सिंह इनदिनों मोटरबोट से गंगा नदी की तेज लहरों का सामना कर बाढ़ प्रभावित लोगों तक पहुँच रहे हैं. बाढ़ पीड़ितों के राहत और बचाव कार्य चलाने में लगे हैं. सुबह से शुरू हुई उनकी नौका यात्रा रात होने तक जारी रहती है.
अजय सिंह ने बड़हरा प्रखंड के नेकनाम टोला, केशोपुर,सिन्हा, लवकुशपुर, लक्ष्मीपुर, बलुआ, नरगदा, ध्रुवटोला, सरैया, गजियापुर समेत कई बाढ़ ग्रस्त गावों में पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों के बीच चूड़ा, चना, चावल, डाल, आलू, मशाला, दूध का पैकेट, पानी के बोतल, दियासलाई, मोमबत्ती, सत्तू, सरसो तेल, नमक, आटा आदि का तैयार पैकेट बाँटे. उनका यह अभियान लगातार जारी है और उनके इन प्रयासों से बाढ़ पीड़ितों को बड़ी मदद मिल रही है.