- आधुनिक तकनीकों और रचनात्मक प्रयासों के साथ BSDMA का प्रभावशाली स्टॉल
पटना: बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (BSDMA) का स्टॉल गांधी मैदान, पटना में आयोजित पुस्तक मेले में लोगों के बीच आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता फैलाने और आपदाओं से बचाव की जानकारी प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है। यहां अत्याधुनिक तकनीकों और रचनात्मक तरीकों से आपदा प्रबंधन के उपायों को सरल, प्रभावी और रोचक ढंग से प्रस्तुत किया जा रहा है।
स्टॉल पर अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा पर आधारित एक मॉडल प्रदर्शित किया गया है, जो अस्पतालों में अग्निकांड जैसी आपदाओं से बचाव के लिए बेहद उपयोगी है। साथ ही, भूकंपरोधी घर निर्माण के महत्व पर विशेष जानकारी दी जा रही है। विशेषज्ञों द्वारा बताया जा रहा है कि भवन निर्माण में उचित सुरक्षा मानकों को अपनाकर भूकंप से होने वाले नुकसान को किस प्रकार कम किया जा सकता है।
वोल्ट्रॉन एआर-वीआर तकनीक के जरिए आग, भूकंप, और वज्रपात जैसी आपदाओं से बचने के उपायों को अत्यंत सरल और इंटरएक्टिव तरीके से समझाया जा रहा है। यह अनुभव आगंतुकों के लिए न केवल रोचक है, बल्कि उन्हें आपदा प्रबंधन के प्रति संवेदनशील और जागरूक भी बना रहा है।
पुस्तक मेला परिसर में प्राधिकरण द्वारा नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना। सर्वमंगला सांस्कृतिक मंच, पटना ने शीतलहर से बचाव के उपायों पर आधारित नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से महत्वपूर्ण संदेश दिए। नाटक में बताया गया कि शीतलहर के दौरान गर्म कपड़े पहनें, पौष्टिक आहार लें, और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न जाएं। पशुओं को ठंड से बचाने के लिए भी आवश्यक सुझाव दिए गए।
इस अवसर पर BSDMA द्वारा आगंतुकों को मुफ़्त में पुस्तिकाएं, पंपलेट, और जागरूकता सामग्री वितरित की जा रही हैं। साथ ही, आपदा प्रबंधन से जुड़ी जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष फिल्मों का प्रदर्शन भी किया जा रहा है।
BSDMA के जनसंपर्क अधिकारी श्री मुकुंद कुमार ने स्टॉल पर उपस्थित रहकर लोगों को आपदा प्रबंधन के महत्व और उससे जुड़ी आवश्यक जानकारियां प्रदान कीं। आपदा प्रबंधन न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा बल्कि सामुदायिक कल्याण के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। BSDMA द्वारा किए जा रहे ये प्रयास लोगों को आपदा से बचाव और प्रत्युत्तर के लिए बेहतर तरीके से तैयार कर रहे हैं।
पुस्तक मेले में BSDMA का यह स्टॉल आपदा प्रबंधन के ज्ञान को बढ़ाने और सुरक्षित भविष्य की दिशा में जागरूकता फैलाने का एक प्रभावशाली मंच बन गया है।