श्री सिन्हा ने कहा कि पीड़ित परिवार के लोग इसे हत्या की घटना बता रहे हैं और जाॅंच की माॅंग कर रहे हैं। पुलिस द्वारा परिजनों की माॅंग को अनसूना कर उनकी पिटाई की जा रही हैं और उन्हें हाजत में बंद किया जा रहा है। श्री सिन्हा ने पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटना की बात कहे जाने पर सवाल उठाते हुये कहा है कि यदि किसी वाहन से उन्हें धक्का दिया गया है तो उक्त वाहन की खोज क्यों नहीं की गई?
श्री सिन्हा ने कहा कि जब यह घटना हुई तो पुलिस पेट्रोलिंग दल कहाॅं था? नेपाल की सीमा यहाॅं से मात्र 1-2 कि0मी0 दूर है और लोगों ने बताया कि पुलिस महकमा शराब तस्करों से मिलकर अवैध उगाही मे व्यस्त रहता है।
श्री सिन्हा ने कहा कि पुलिस प्रशासन को स्थानीय लोगों की भावना का सम्मान करना चाहियें और यथा शीघ्र मामलें की उच्चस्तरीय जाॅंच करानी चाहिये।
श्री सिन्हा ने बताया कि स्थानीय लोग यहाॅं के थानेदार से त्रस्त है और उनका कहना है कि जबतक यह भ्रष्ट थानेदार रहेगा, इन्हें न्याय नहीं मिलेगा। श्री सिन्हा ने सुपौल के पुलिस अधीक्षक से माॅंग की है कि स्थानीय थानेदार को निलंबित करते हुये उन्हें अबिलंब हटाया जाय।
श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य में अपराधी बेलगाम हो गये है और पुलिस प्रशासन द्वारा अच्छे पदाधिकारियों की उपेक्षा कर भ्रष्ट पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति होने से अपराध नियंत्रण करना संभव नहीं है।