प्रदेश की समस्याओं के लिए सार्थक विमर्श महत्वपूर्ण : देवेशचंद्र ठाकुर

देश

पटनाः बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधानपरिषद में सभापति देवेशचंद्र ठाकुर ने अपने सम्बोधन में कहा कि वर्तमान सत्र के दौरान कुल पांच बैठकें निर्धारित हैं। यह सत्र अल्प अवधि का होते हुए भी महत्वपूर्ण है। इसमें आप सभी की सहभागिता आवश्यक है। प्रदेश की समस्याओं के निदान के लिए सार्थक विमर्श महत्वपूर्ण है। मुझे आशा है, यह सदन सत्रावधि में राज्य के विकास को लेकर जनहित के मामले एवं जनता की समस्याओं के निदान तथा उनके कल्याण के लिए जनतांत्रिक ढंग से विमर्श कर अपेक्षित हल निकालने का सफल प्रयास करेगा।

सभापति देवेशचंद्र ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में सरकार के प्रयासों से सड़क, पुल-पुलिया, स्कूल-कॉलेजों के भवन, कई सिग्नेचर बिल्डिंग्स के साथ ही अनेकानेक आधारभूत संरचनाओं का विकास हुआ है। नये स्कूल कॉलेज, विश्वविद्यालय प्रबंध संस्थान आदि की स्थापना की गई है। पर्यावरण संतुलन एवं जलवायु परिवर्तनकारी कारकों के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए पौधा रोपण, वर्षा जल संचयन, भूमिगत जल संरक्षण, शुद्ध पेयजल आपूर्ति जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य किये जा रहे हैं।

सभापति ठाकुर ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में कृषि रोड मैप, फसल उत्पादन वृद्धि के उपाय, खाद्य पदार्थों के उत्पादन में बढ़ोतरी एवं खाद्य प्रसंस्करण के उपाय कर खाद्य संकट के समाधान का सराहनीय प्रयास किया जा रहा है। रोजगार सृजन एवं रिक्त पदों पर नियुक्ति की कार्रवाई के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के लिए शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में बदलाव, प्रतियोगिता परीक्षा द्वारा प्रधान शिक्षक एवं प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति तथा अभियंत्रण एवं चिकित्सा शिक्षा के लिए नये विश्वविद्यालय के गठन के सरकार के प्रयास में सदन का सहयोग प्रशंसनीय रहा है।

सीएम के प्रयास से गंगा जल की आपूर्ति सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी कराई जा रही है और उन क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति 135 लीटर गंगा जल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। बिहार के सदन में चर्चा के फलस्वरूप सरकार द्वारा दहेज रहित विवाह एवं शराबबंदी जैसी कई नीतियों को अमलीजामा पहनाते हुए सामाजिक बुराइयों को दूर करने की मुहिम चलाई जा रही है।

देवेश ठाकुर ने कहा कि बिहार के युवा खेल विधा में भी नित नवीन कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। हाल ही में राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बिहार के युवा ने भारत का नाम रौशन किया। पटना के युवा क्रिकेटर ईशान किशन ने अंतरराष्ट्रीय मैचों की मात्र 9 पारियों के अनुभव के पश्चात सबसे कम उम्र में, सबसे कम गेंद पर दोहरा शतक लगाकर इससे पहले के सभी रिकॉर्डों को ध्वस्त करते हुए जो नया कीर्तिमान स्थापित किया है, वह बिहार ही नहीं, भारत के लिए सम्मान की बात है।

इसी प्रकार पटना की बेटियां सुधा एवं कीर्तिराज ने न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में कॉमनवेल्थ पॉवर लिफ्टिंग में अनेक स्वर्ण एवं रजत पदक बटोरकर बिहारी अस्मिता को शिखर पर पहुंचा दिया है। बाढ़ के अभिषेक कुमार ने 65वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता की पचास मीटर प्रोन डेफ स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर राज्य का मान बढ़ाया है। सेपक टकरा खेल के राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता जूनियर नेशनल चैंपियनशिप के बालक-बालिका वर्ग में बिहार ने स्वर्ण पदक जीतकर राष्ट्रीय स्तर पर बिहार को सम्मान दिलाया है। मैं बिहार के सभी खिलाडियों को पुनः बधाई देता हूँ एवं भविष्य में उत्तरोत्तर विकास की कामना करता हूं।

सभापति ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में विधायी निकाय जन अपेक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। आज सरकार से यानी कार्यपालिका से जनता की अपेक्षाएं बढ़ी हैं, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था की मजबूती का प्रमाण है। सदन की कार्यवाही के माध्यम से जनप्रतिनिधियों द्वारा जनता की अपेक्षाओं को सरकार तक पहुंचाने का कार्य किया जाता है। बिहार की जनता ने सत्ता पक्ष एवं विपक्ष, दोनों को सदन में रचनात्मक भूमिका निभाने का दायित्व सौंपा है। विचारधाराओं में मतभेद हो सकते हैं परन्तु मतभेद ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि यह जनसेवा के वास्तविक उद्देश्य में व्यवधान उत्पन्न करे। हमें सदन की मर्यादा और गरिमा को ध्यान में रखते हुए जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना है।

हिन्दुस्थान समाचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *