दिल्लीः भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर सुप्रसिद्ध सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था सुर ताल संगम ने देश की राजधानी दिल्ली में सुरों की लता नाम से एक संगीतमयी श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें देश के अलग अलग हिस्सों से आमंत्रित कलाकारों ने अपनी स्वरांजली गणमान्य अतिथियों एवं दर्शकों से खचाखच भरे हुए प्रेक्षागार में देकर लता मंगेशकर के चित्र पर पुष्प एवं माल्यार्पण करके बेहतरीन प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए अंतरराष्ट्रीय संगठन जीकेसी के संस्थापक अध्यक्ष श्री राजीव रंजन प्रसाद और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रागिनी रंजन ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया तथा लता मंगेशकर स्मृति में होने वाले इस कार्यक्रम की भूरि भूरि सराहना करते हुए सभी कलाकारों और संस्था के पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दीं।
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सर्वप्रथम संस्था की डायरेक्टर अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त दूरदर्शन कलाकार डॉ जया श्रीवास्तव ने अपने पुत्र अविजित के साथ लता जी के शास्त्रीय भजन से स्वरांजली दी। इसके बाद ठुमक चलत रामचंद्र, मेरी आवाज़ ही पहचान है, जाने क्यूं लोग, चंदन सा बदन जैसे सदाबहार गीतों पर ऐमन, अमन, राखी, दिवाकर, कामना, मानसी, डॉ आनंदिता, मनीष, आशा, बेन्ज़ी, भूषण, सुमन शर्मा आदि लोकप्रिय गायक गायिकाओं ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का रोचक संचालन बहुआयामी व्यक्तित्व किशोर श्रीवास्तव ने किया। संस्था के पदाधिकारियों में सहर जावेद फारुकी, सुमन शर्मा, डॉ आर के यादव द्वारा सभी अतिथियों को अंगवस्त्र, बुके तथा स्मृति चिन्ह आदि भेंट कर सम्मान किया गया। सभी ने कार्यक्रम के सफल आयोजन की समवेत स्वर में प्रशंसा करते हुए डॉ जया श्रीवास्तव के प्रयासों को साधुवाद दिया। कार्यक्रम के अंत में सुर ताल संगम संस्था के प्रमुख पदाधिकारियों ने देश भर से से चयनित ग्यारह स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों और अध्यक्षों को माल्यार्पण एवं स्मृति चिन्ह प्रशस्ति पत्र आदि देकर सम्मानित किया।