बिहार म्यूजियम में दो दिवसीय पटना बाल फिल्म महोत्सव (13-14 नवंबर) का उद्घाटन डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने किया। महोत्सव के दौरान आई.एम.कलाम, हरजीता, बुधिया, रेलवे चिल्ड्रेन, कस्तूरी सहित कई समसामयिक मुद्दों पर आधारित फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी।
बाल फिल्म महोत्सव के दौरान ही बिहार राज्य फिल्म विकास निगम बिहार सिनेमा का भी एक खंड प्रदर्शित कर रहा है। इसके तहत बिहार की कला विरासत और बिहारी कलाकार निर्मित फिल्मों को पेश किया जाएगा।
इस मौके पर डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि बाल फिल्म महोत्सव के आयोजन से बच्चों में रचनात्मकता और वैचारिकता का विकास हो सकेगा। बिहार के हर जिले में कई बेहतरीन कलाकार हैं। जरूरत है उनकी कला को पहचान कर समुचित मंच प्रदान करने की।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार राज्य में फिल्मों के विकास के लिए संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है। फिल्म निर्माण, सिनेमा आर्टिस्ट और बाल कलाकारों को सुंदर और सुव्यवस्थित मंच प्रदान करने के लिए सरकार प्रयासरत है। फिल्म विकास एवं फिल्म निर्माण के लिए सरकार हर संभव मदद करेगी।
कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री आलोक रंजन झा ने फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों से कहा कि बिहार के हर जिले में शूटिंग के लिए कई महत्वपूर्ण लोकेशन हैं। इनका उपयोग फिल्म शूटिंग के लिए किया जा सकता है।
इस अवसर पर फिल्म निर्देशक एजाज खां, बाल कलाकार नेहा कुमारी, विभिन्न स्कूलों के बच्चे, अभिभावक एवं कलाप्रेमी दर्शक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, कला संस्कृति एवं युवा विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी, बिहार म्यूजियम के निदेशक सह अपर सचिव दीपक आनंद भी मौजूद रहेे।