राजद-कांग्रेस मिलकर तोड़ दिया मुख्यमंत्री का सपना, आहत हैं मुख्यमंत्री,विजय कुमार सिन्हा

देश

आई इन डी आई ए गठबंधन का हश्र सबको था पता,

राजद-कांग्रेस मिल मुख्यमंत्री को वनवास भेजने की कर रही तैयारी ,

घमंडिया गठबंधन में मुख्यमंत्री का छलक रहा दर्द कोई सुनने को नहीं है तैयार ,

पटना – 04.11.2023
भाजपा विधान मंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने I.N.D.I.A गठबंधन को घमंडिया गठबंधन बताते हुए कहा कि यह गठबंधन केवल भ्रष्टाचारी और वंशवादियों के स्वार्थ और महत्वाकांक्षा की पूर्ती के लिए बनाया गया था | इस गठबंधन को राष्ट्रहित और जनता के हित से कोई सरोकार नहीं था |इसलिए समय से पूर्व इसका विखराव हो गया।

श्री सिन्हा ने कहा कि राजद-कांग्रेस मिलकर I.N.D.I.A गठबंधन को हाईजैक कर मुख्यमंत्री के आकांक्षाओं की उपेक्षा कर रही है और इनको अब राजनीतिक तौर पर वनवास भेजने की तयारी में जुटी हुई है ।दोनों ने मिलकर मुख्यमंत्री का सपना तोड़ दिया है जिससे वे काफी आहत है।उम्र के हिसाब से परिपक्व मुख्यमंत्री पता नहीं क्यों भ्रमित हैं।कांग्रेस-राजद की साझी योजना के ये शिकार हो गए हैं।

श्री सिन्हा ने कहा कि आदरणीय मुलायम सिंह यादब के सुपुत्र अखिलेश यादव बड़े ताम झाम के साथ कांग्रेस का गुणगान और स्वागत कर रहे थे।लेकिन मध्यप्रदेश में एक भी सीट नहीं देने के कारण कांग्रेस पर विफर पड़े है।नीतीश जी भी सीट माँग रहे थे।कांग्रेस ने इनकार कर दिया।नीतीश जी ने अपनी नाराजगी सार्बजनिक की।इन्हें पता होना चाहिए कि भाजपा ही एकमात्र पार्टी थी नो अपना सीट छोड़ देती थी।अब तार गिरकर खजूर पर लटके की हालत हो गई।

श्री सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कुर्सी के लिए जिस तरह से बिहार की जनता के जनादेश का अपमान कर I.N.D.I गठबंधन में शामिल हुए थे, आज उसी का  खामियाजा इनको भुगतना पड़ रहा है । कांग्रेस और राजद इनको बार-बार फटकार लगा रही है जिससे कई मौकों पर इनका दर्द भी छलका लेकिन इनका दर्द और विलाप कोई सुनने को तैयार नहीं है |ये 45 विधायक बाली पार्टी के नेता हैं।फिर भी प्रधानमंत्री बनने का सपना पाल लिए है।कहते हैं मुझे पद की कोई इच्छा नहीं है।पर सप्ताह में एकबार कहीं न कहीं अपने आदमियों से प्रधानमंत्री पद का नारा लगबाते हैं ।

श्री सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी को अब लालू जी का भारी दबाब झेलना पड़ रहा है क्योंकि वे अपने पुत्र के लिए मुख्यमंत्री का पद मांग रहें हैं।कल भी लालू जी अपने पुत्र के साथ नीतीश जी से मिले थे।चर्चा है कि मार्च 2024 का डेडलाइन सत्ता हस्तांतरण के लिए तय की गई है।मुख्यमंत्री भयभीत हो गए है।मार्च 24 में इनका जाना तय है।जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू परिवार को मुख्यमंत्री की गद्दी सौपने के लिए आतुर हैं।बिहार की जनता जनादेश के अपमान करनेबालो को सबक सिखाएगी।

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