आज बिहटा में मधेश्वर कुमार मिश्रा बताते हुए कहा जैसे किसी मंदिर में भगवान का होता है, सभी रोंगटे खड़े हो गए, मानों वे एक प्रकाश का पुंज हैं जिनके किरने चारों तरफ फैल रही है।
उनका नाम मात्र लेने से मानों ऐसा लगता है कि जैसे अंदर उर्जा का संचार हो रहा हो।ऐसा विराट व्यक्तित्व जिसे देखकर लगता है कि धरती पर भगवान स्वयं अमिताभ बच्चन बनकर अवतरित हुए हैं।पुरे विश्व में उनके जैसे नाम का ऊंचा कद अभी नहीं दिखाई देता। 81वर्ष के उम्र में जो आवाज उनका है, किसी जवान व्यक्ति का भी नही है।वो हंसते हैं तो लगता है कि सारा जग हंस रहा है,वो रोते हैं तो लगता है कि सारी सृष्टि रो रही है।
ऐसा विराट व्यक्तित्व का जन्म युगों युगों में कभी कभी होता है। मेरा भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना है कि उनका आयु 200 वर्ष कर दें,हो सके तो मेरा भी आयु उनको दें। उन्हें एक खरोंच भी लगती है तो मैं भगवान के मंदिर में बैठकर प्रार्थना सुरू कर देता हूं। उन्होंने अपने जीवन में जो भी अभिनय किया है, हर इंसान उस अभिनय का दिवाना है। वो विश्व के धरोहर हैं।