संविधान की धज्जियां और मखौल उड़ाने वाले दल द्वारा संविधान बचाओ मार्च निकालना हास्यास्पद।
जनादेश का अपहरण कर भ्रष्टाचारिओं के साथ सरकार बनाने वालों के मुँह से संविधान बचाओ वाक्य अशोभनीय।
स्वार्थ, महत्वाकांक्षा और वंशवाद के सहारे राजनीति करने वाले लोकतंत्र के दुश्मन।
पटना,2 दिसंबर 2023
भाजपा विधानमंडल दल के नेता श्री विजय कुमार सिन्हा ने जदयू द्वारा जिला मुख्यालयों में 6 दिसंबर को संविधान बचाओ मार्च निकालने के निर्णय पर पलटवार करते हुए कहा है कि संवैधानिक संस्थाओं का अपमान और दमन करने वाले लोगों को पहले अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए।
श्री सिन्हा ने कहा कि जदयू द्वारा भारत का संविधान,पार्टी का संविधान,विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के संविधान प्रदत्त अधिकारों की हमेशा धज्जियां उड़ाई गई है।केन्द्र राज्य संबंध,दल के संवैधानिक अध्यक्ष की हैसियत,विधानसभा, विधान परिषद की अवमानना और माननीय न्यायालय के आदेश की अनदेखी करना इनकी आदत बन गई है। विधान सभा के अंदर चलते सत्र में जदयू के मुखिया द्वारा महिलाओं का अपमान और दलित पूर्व मुख्यमंत्री का अपमान पूरे देश ने देखा है।
श्री सिन्हा ने कहा कि जदयू के मुखिया ने जनादेश का अपहरण कर दूसरे गठबंधन के साथ सरकार बना ली।संविधान की यदि कद्र होती तो ये विधानसभा भंग कर नया जनादेश प्राप्त करते। परंतु पलटू राम के नाम से विख्यात इन पर कोई असर नहीं पड़ा।जदयू के मुखिया हमेशा गांधीजी की बात करते हैं।गांधी द्वारा सिद्धांत के बिना राजनीति को पाप कहा गया है।जदयू और इनके नेता सिद्धांत विहीन राजनीति के पुरोधा है।
श्री सिन्हा ने कहा कि संविधान के द्वारा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दी गई है।पर महागठबंधन सरकार ने इसे छीन लियाहै।शिक्षक,छात्र,किसान, मज़दूर,व्यापारी,महिला, युवा यदि अपनी बात रखने के लिए शांति पूर्ण प्रदर्शन करते हैं तो उन पर लाठियां बरसायी जाती है।
श्री सिन्हा ने कहा कि विधान सभा के अंदर और बाहर विधायकों को पुलिस से पिटवाना, भाजपा के शांतिपूर्ण मार्च पर लाठी चलवाना,प्रदर्शन कर रहे छात्रों,बेरोजगारों, सेविकाओं और शिक्षक अभ्यार्थियों को दौड़ा दौड़ा कर पिटवाना कोई संविधान इसकी इजाज़त नहीं देता है। जदयू के मौखिक संविधान के कारण राज्य के लोग परेशान हैं।
श्री सिन्हा ने कहा कि महागठबंधन सरकार में भ्रष्टाचारियों,अपराधियों और माफ़ियाओं का बोलबाला है। पुलिस और प्रशासन इनसे मिली हुई है।सत्ताधारी दलों के लिए अवैध उगाही और अपना जेब भरना ही इनकी दिनचर्या हो गई है।महागठबंधन सरकार का अगुआ जदयू इन्हीं के सहारे संविधान वचाने निकलेंगे।इनका कृत्य राज्य के लोगों के लिए बड़ा मजाक है।