दलित सेना के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद रामचन्द्र पासवान की जयंती राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय नई दिल्ली में राज्य कार्यालय पटना सहित पूरे देश में धुमधाम से मनाई गई। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने जयंती के अवसर पर उनके तैल्य चित्र पर माल्यार्पण अर्पित कर रामचन्द्र पासवान के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मेरे छोटे भाई रामचन्द्र पासवान बेहद मिलनसार स्वभाव, उदार व्यक्तित्व और कुशल संगठनकर्ता थे। आम जनमानस में वे बेहद ही लोकप्रिय थे। अपनी लोकप्रियता के वजह से ही वे चार बार समस्तीपुर एवं रोसड़ा से सांसद निर्वाचित हुए। पारस ने कहा कि स्व0 रामचन्द्र पासवान दलितों, वंचितों, शोषित और पिछडों के अधिकार के लिए लगातार संसद में आवाज उठाते रहते थे। गरीबों और दलितों के अधिकारों के प्रबल पक्षद्यर थे।
पार्टी के स्थापना काल के बाद दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उन्होंने पूरे देश में दलितों को लोक जनशक्ति पार्टी के संगठन से जोड़ने का काम किया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद प्रिस राज पासवान ने अपने पिता जी रामचन्द्र पासवान जी को याद करते हुए कहा कि उनके असमायिक निधन से पार्टी और हमारे परिवार को अपूर्णिय क्षति हुई थी। उनके आज हमारे बीच नहीं रहने से रिक्तता का जो वातावरण पैदा हुआ है उसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती।
प्रिंस राज ने कहा कि उनके सिद्वान्तों और नीतियों तथा उनके दिखाए हुये रास्ते पर हमारी पार्टी निरन्तरता में काम करती रहेगी।
उनके जयंती के अवसर पर केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के परिवारजनों एवं पार्टीजनों में मुख्यरूप से कृष्ण राज पासवान,यश राज पासवान, डा0 आन्नद पासवान, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल, पूर्व विधायक ललन पासवान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विरेश्वर सिंह, रामजी सिंह, एलविश जोसफ, जियालाल, अम्बिका प्रसाद बीनू, घनश्याम कुमार दाहा, पप्पू सिंह, अफाक सलानी रणजीत कुमार, रंजीत पासवान, ललन चन्द्रवंशी, उपेन्द्र यादव, सुभाष बिहारी, के एल रजोरा, दशरथ पासवान, राजेन्द्र विश्वकर्मा सहित रालोजपा एव दलित सेना के अन्य नेताओ ने रामचन्द्र पासवान के तैल्य चित्र पर श्रद्वासुमन अर्पित कर उनको भी नमन किया।