पटनाः जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधान पार्षद डॉ. रणबीर नंदन ने कहा है कि राजद के कार्यकाल में 15 सालों तक बिहार को सिर्फ दाग मिले थे। कानून व्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, रोजगार, आधारभूत संरचना सभी मामलों में बिहार पिछड़ेपन की नजीर बन गया था। लेकिन 2005 से नीतीश कुमार की नेतृत्व में बिहार में पुराने दागों को मिटाते हुए बदलते बिहार की तस्वीर साकार की है। आज विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सरकार के कार्यकाल के समीक्षा का ढोंग कर रहे हैं जबकि असलियत ये है कि उनसे न पार्टी संभल रही है और न ही परिवार। उनकी पार्टी की सरकार ने बिहार को जो जख्म दिए हैं, उनपर मरहम लगाते हुए नीतीश कुमार ने विकास का रास्ता बनाया है। आज विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है।
डॉ. नंदन ने कहा कि नेशनल क्राइम ब्यूरो (एनसीआरबी) के आकड़ों के अनुसार अपराध के मामले में बिहार देश मे 25वें स्थान पर है। वर्ष 2020 की तुलना में राज्य में हत्या के मामले में 11.14 प्रतिशत, दंगा में 33.19 प्रतिशत, फिरौती के लिए अपहरण में 11.90 प्रतिशत, दहेज के लिए हत्या में 4.4 प्रतिशत की कमी आयी है। बिहार की आबादी बढ़ने के बाद भी अपराध में कमी आयी है। महिला अपराध दर में राज्य का 30वां स्थान है। देश भर में 56.5 राष्ट्रीय औसत है, जिसमें बिहार 26.3 है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में बिहार महिला अपराध में 13वें स्थान पर था। आज बिहार में सांप्रदायिक सौहार्द कायम है। पहले कब्रिस्तान की घेराबंदी तक नहीं होती थी। नीतीश सरकार ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई। नौ हजार से ज्यादा ऐसे कब्रिस्तानों की संख्या बढ़ाई गयी है। बिहार में पुलिसबल की संख्या में बढ़ोतरी की गयी है। प्रति एक लाख की आवादी पर 115 पुलिसबल की संख्या है, जिसे और बढ़ाया जाएगा। बिहार में पुलिस की संख्या काफी कम थी, ऐसे में आर्मी के लोगों को लगाया गया।
डॉ. नंदन ने कहा कि देश के सभी राज्यों में सबसे ज्यादा महिला पुलिस बिहार में है। अभी पुलिसबल में महिलाओं की संख्या 25,000 है। हर थाना में महिला अधिकारियों की पोस्टिंग की जा रही है।
वहीं कृषि के विकास के बारे में डॉ. नंदन ने कहा कि बिहार में कृषि विकास पर सरकार का जोर है। एग्रीकल्चर में लगातार ग्रोथ हो रहा है। गेहूं और चावल के उत्पादन में छठे स्थान पर हैं, पहले 12वें स्थान पर बिहार था। अब मक्का में तीसरा स्थान, सब्जी में तीसरा, फल उत्पादन में छठे स्थान पर, मछली और अंडा उत्पादन में भी बिहार आगे है। मक्का से इथनॉल बनाने की तैयारी चल रही है।
डॉ. नंदन ने कहा कि 2020 में जब बिहार विधानसभा चुनाव एनडीए ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीत हासिल की तो हमारी सबसे बड़ी चुनौती कोरोना के खतरे से निबटना थी। मुख्यमंत्ररी नीतीश कुमार जी ने स्वयं कोरोना महामारी की पहली, दूसरी और तीसरी लहर के दौरान प्रदेश में सभी लोगों को उचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया। कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू होने के साथ ही जिस प्रकार से बिहार सरकार ने आगे बढ़कर इस अभियान को चलाया, इसका परिणाम रहा कि तीसरी लहर के दौरान लोगों को अधिक दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा। अब विदेश और देश के कई हिस्सों में कोरोना की चौथी लहर का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में माननीय मुख्यमंत्री ने प्रीकॉशनरी डोजेज को मुफ्त कर तमाम लोगों के लिए सुविधा दे दी है। अब लोग कोरोना टीकाकरण केंद्रों पर पहुंच कर वैक्सीन का डोज लगवा सकते हैं।