राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में लोगों की दिलचस्पी नहीं
पटना। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि दिशाहीन गठबंधन में आंतरिक कलह शुरू हो गया है। यह बात अलग है कि इंडी गठबंधन में शामिल दल अपने को एकजुट बता रहे हैं, लेकिन गठबंधन में आपसी खींचतान से यह स्पष्ट हो रहा है कि लोस चुनाव तक यह गठबंधन रह नहीं पायेगा। बिहार में इंडी गठबंधन के नेता सीट शेयरिंग को लेकर बेचैन हैं, लेकिन कांग्रेस ने अभी इस मामले पर कुछ साफ नहीं किया है। जबकि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने खरमास के पूर्व ही कहा था कि 14 जनवरी के बाद सीट शेयरिंग पर अंतिम निर्णय ले लिया जायेगा। बिहार कांग्रेस की स्थिति यह है कि सीटों को लेकर कभी राजद तो कभी जदयू के दरबार में हाजरी लगा रही है, लेकिन निराशा ही हाथ लग रही है।
श्री पांडेय ने कहा कि फिलहाल कांग्रेस नेता श्री राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले हैं। मगर उनकी इस यात्रा को जनता का न तो प्यार मिल रहा है और न ही व्यापक समर्थन। कांग्रेस के भीतर भी इसे लेकर कोई उत्साह नहीं दिख रहा। पूर्व में जब श्री गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी, तो कई राज्यों में उनकी करारी हार हुई। फिर इस बार यात्रा के बाद कांग्रेस की हार लोकसभा चुनाव में होनी तय है। कांग्रेस इंडी गठबंधन को साथ लेकर चलने में सामर्थ्य नहीं दिख रही है। पूरा देश भक्तिमय हो गया है। राहुल गांधी की बात सुनने में अब किसी भी देशवासी की दिलचस्पी नहीं है। देशवासियों ने भी मन बना लिया है कि जो पार्टियां रामलला के प्राण प्रतिष्ठा से दूरी बनायेगा उसके लिए देश में कोई जगह नहीं है। जनता ने मन बना लिया है कि जो राम का नहीं, वह किसी काम का नहीं।
श्री पांडेय ने कहा कि पूरा देश श्रीराम मंदिर के उद्घाटन को लेकर उत्साहित है। रामलला के दर्शन और उद्घाटन में शामिल होने को लेकर देश ही नहीं विदेशों से भी रामभक्तों का हुजूम अयोध्या पहुंचने लगा है। इस स्थिति में कांग्रेस के युवराज की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का कोई औचित्य नहीं है। श्री गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर देश में परिवर्तन और खुद को प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे हैं, लेकिन उनकी इस सियासी यात्रा को जनता एक बार फिर मुंहतोड़ जवाब देगी और 2024 में प्रचंड बहुमत से देश में एनडीए की सरकार बनेगी।