वियतनामः 21 एंड 22 मार्च को 9th GOFCON 2024 का सम्मेलन वियतनाम के हो ची मिन्ह शहर में किया गया l
सम्मेलन का उद्घाटन Dr मदन मोहन सेठी ने किया, जो की हो ची मिन्ह शहर में भारतीय दूतावास के काउंसल जनरल है।
इसमें करीब 60 भारतीय चिकित्सक एवं 10 वियतनाम के चिकित्सक ने भाग लिया।
सम्मेलन का उद्देश्य था, नवीनतम तकनीक में भारत का योगदान। काउंसिल जनरल Dr मदन मोहन सेठी ने कहा कि भारत के लिए ये गर्व की बात है की हमारे नवीनतम शोध आज पूरे विश्व को चिकित्सा विज्ञान में नई दिशा प्रदान कर रही है। और पूरे विश्व के चिकित्सक आज हमारे नवीनतम शोध पर विश्वास कर रही है।
आयोजन सचिव Dr अमूल्य कुमार सिंह ने कहा की आज भारतीय चिकित्सक की पहचान पूरे विश्व में है। भारतीयों पर आज पूरा विश्व विश्वास कर रहा है। हमारा इलाज सस्ता और अच्छा है। आयोजन अध्यक्ष Dr D P भूषण ने कहा की अब जो शोध हो रहे है, उस से हो सकता है की आने वाले दिनों में जोरो का प्रत्यारोपण न हो कर , केवल दवा से सभी गठिया को ठीक किया जाया। 18 भारतीय चिकित्सकों ने अपने शोध प्रस्तुत किया और 9th कांफ्रेंस को सफल बनाया।
पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अवकाश प्राप्त विभाग अध्यक्ष स्वर्गीय डॉक्टर हरी राम सिंह ने एक स्वप्न देखा था l वह था युवा हड्डी रोग विशेषज्ञों को आधुनिक विज्ञान से सदा प्रशिक्षित किया जाए l उन्होंने वर्ष 2016 में अपने पुत्र डॉ अमूल्य को प्रोत्साहित किया कि वह एक संस्था बनाए जो कि लोकल होते हुए भी अपने उद्देश्यों के पूर्ति के लिए ग्लोबल बने l
2015 में ग्लोबल ऑर्थोपेडिक फोरम का पहला मीटिंग अक्षत सेवा सदन में हुआ जिसको डॉ विश्वेंद्र कुमार सिन्हा ने उद्घाटन किया और डॉक्टर अरविंद गुप्ता ने सफल शल्य क्रिया कर युवाओं को प्रशिक्षित कियाl अगले वर्ष एक कांफ्रेंस का आयोजन हुआ जो बहुत सफल रहा l वर्ष 2017 में ग्लोबल ऑर्थोपेडिक फोरम को बिहार सरकार से निबंधित किया गया और एक छोटी सोच बड़े विचार में बदल गई l
प्रति वर्ष नई तकनीकी से हड्डियों में फ्रैक्चर किस तरह से कम से कम समय में शल्यक्रिया कर अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के साथ पटना में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें देश विदेश से सर्वोच्च हड्डी रोग विशेषज्ञ ने शिरकत की और बिहार के चिकित्सकों की प्रतिभा को सराहा l
अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोधपत्र प्रस्तुत किए गए l डॉक्टर हरिराम सिंह, डॉक्टर एच एन सिन्हा, डॉ विजय शंकर सिंह, डॉक्टर एस एस झा, डॉक्टर बी एन सिंह जैसे दिग्गजों ने इस संस्था को मार्गदर्शन किया l वर्ष 2019 में डॉ हरी राम सिंह इस संसार से अलविदा किया पर आज भी ग्लोबल ऑर्थोपेडिक फोरम उनके विचारों को जिंदा रखना चाहता है l उम्मीद है अगले वर्ष नई फॉलोवरशिप की शुरुआत होगा जिससे न्यू आने वाले युवाओं को अंतरराष्ट्रीय मंच पर साक्षात्कार होने का मौका मिलेगा l
युवा हमारे समाज का भविष्य हैं l उनको नई दिशा दिखलाना ग्लोबल ऑर्थोपेडिक फोरम का उद्देश्य है l अगर बिहार के युवा चिकित्सक को नवीनतम तकनीकी की जानकारी दी जाए और उनको सही मार्गदर्शन मिले तो वो समाज को लाभान्वित करेंगे l समाज का हर वर्ग अच्छी चिकित्सा सुविधा प्राप्त करेगाl यही ग्लोबल ऑर्थोपेडिक फोरम का उद्देश्य है l इसी उद्देश्यों के लिए प्रतिवर्ष नई तकनीक के जानकारियों के लिए कांफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा।