- अनस रहमानी पत्रकार सम्मान-2024 से सम्मानित हुए पत्रकार बंधु
- अजहर रहमानी के नेतृत्व मेंं किशनगंज में पहली बार मना सीमांचल उत्सव
- सीमांचल की आवाज मासिक पत्रिका के चौथे वार्षिकोत्सव पर सम्मान तथा मनाया गया उत्सव
- अभिनेत्री अदिती प्रसाद भी बतौर अतिथि सीमांचल उत्सव में मौजूद रहीं और आकर्षण का केंद्र बनी रहीं
पटना/किशनगंजः कौन कहता है आसमां में सुऱाख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालों यारों….कुछ ऐसा ही कर दिखाया अजहर रहमानी ने और सीमांचल की धरती पर पहली बार ‘सीमांचल उत्सव’ का आयोजन किया गया। सीमांचल की आवाज पत्रिका के 4 वर्ष पूरे होने पर आयोजित इस कार्यक्रम में सीमांचल क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले पत्रकारों को अनस रहमानी पत्रकार सम्मान-2024 से नवाजा गया। माता गुजरी विश्वविद्यालय के आडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में कई विशिष्ट अतिथियों ने भी शिरकत किया जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन के बूते अपने-अपने क्षेत्र में परचम लहरा रहे हैं। वहीं छतीसगढ़ से आयी इंडियन रोलर बैंड ने अपने प्रस्तुति से ऐसा समा बांधा कि दर्शक उनके दीवाने हो गए और मंच के सामने आकर जमकर नाचने लगे। इंडियन रोलर बैंड के कलाकारों ने अपनी गायकी और बैंड पर लोगों की पसंद के गानों को प्रस्तुत करते रहे। इस दरम्यान उन्होंने यह भी बताया कि सूफिज्म का हमारा यही तरीका है, इबादत हम अपने तरीके से करते हैं अपनी आवाज देकर उनके प्रति अपना सम्मान प्रस्तुत करते हैं।
अभिनेत्री अदिती प्रसाद भी बतौर अतिथि सीमांचल उत्सव में मौजूद रहीं और आकर्षण का केंद्र बनी रहीं
अजहर रहमानी को सम्मान
पूर्व सांसद गुलाम रसूल बलियावी, इजाहरुल हसन विधायक किशनगंज, सऊद आलम विधायक ठाकुरगंज, अंजार नयमी विधायक बहादुरगंज, जईदुर रहमान, इंद्रदेव पासवान चेयरमैन किशनगंज,निखत कलीम वाइस चेयरमैन किशनगंज, माता गुजरी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार इच्छित भारत ने संयुक्तरुप से दीप प्रज्वलित कर ‘सीमांचल उत्सव’ का आगाज किया। साथ ही अतिथियों ने ‘सीमांचल की आवाज’ पत्रिका के चौथे वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम की प्रशंसा की साथ ही अजहर रहमानी के इस जीवटता के लिए सभी ने उन्हें माबरकवाद दिया और उम्मीद जतायी की ‘सीमांचल उत्सव’ का आयोजन हर साल होगा और हम सबकी भागीदारी बनी रहेगी।
MGM विवि, किशनगंज के रजिस्ट्रार इच्छित भारत, लेखक मुरली, अजहर रहमानी संपादक सीमांचल की आवाज
इस मौके पर गंगा-जमनी तहजीब पर केंद्रित पुस्तकों के लेखक मुरली मनोहर श्रीवास्तव ने अपने वेलकम अभिभाषण में किशनगंज की धरती को नमन करते हुए कहा कि इस धरती पर आकर लगा की यहां हिंदुस्तान बसता है। यहां के लोग आपसी मिल्लत की मिसाल हैं। भारत की गरिमा सर्वधर्म में है, जो यहां देखने को मिला। इन्होंने सीमांचल उत्सव को जहां मिल का पत्थर बताया वहीं अजहर रहमानी की निष्ठा पर कहा कि ऐसे युवा अगर किसी भी शहर में हैं तो एक न एकदिन अपने नाम के साथ सूबे का भी नाम रौशन करेंगे। वहीं सीमांचल की आवाज के संपादक सह कार्यक्रम के आयोजक अजहर रहमानी अपने पापा का जिक्र करते हुए तथा कार्यक्रम की सफलता पर फफक पड़े।
उन्होंने आगे कहा कि यह मेरा प्रयास है इसमें जितने भी हमारे सहयोगी, स्पांशर रहे किशनगंज की जनता का सहयोग रहा तभी यह कार्यक्रम सफल हो सका। आगे आपलोगों का स्नेह से इससे भी बड़ा आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के संचालन चंदन मिश्रा ने किया, अपनी मखमली आवाज से शमां बांधकर रख दिया। वहीं मुरली मनोहर श्रीवास्तव द्वारा लिखित पुस्तक शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खां पुस्तक देकर अजहर रहमानी का मुरली जी और रंजीत कुमार ने सम्मानित किया।