सीतामढ़ीः पकटोला स्थित एसएसबी के 20 बटालियन के मुख्यालय में 31 जुलाई को सुबह में जलवायु परिवर्तन के खतरे से बचना है तो पेड़ लगाने होंगे। इसी सोंच को आगे बढ़ाती जापान से निकली जंगल उगाने की मियावाकी तकनिक से एसएसबी के जवान,पर्यावरण विद् ,स्कूली बच्चे,आम पब्लिक और समाजसेवी ने संयुक्त रूप से एक बार में पांच हजार से अधिक पौधे लगाए।
कमांडेंट जी डी पांडेय ने बताया कि एस एस बी मुख्यालय 75 एकड़ भूमि में फैला हुआ है जिसमें से दो एकड़ में मियावकी पद्धति से पौधे लगाए गए। डीएफओ डॉ अमिता राज ने पौधों को मियावाकी तकनीक से लगाए जाने की सराहना करते हुए कहा कि अगर जिले में और भी खाली जमीन उपलब्ध होती है तो वन विभाग इसी पद्धति से मिनी फॉरेस्ट डेवलप करेगी जिससे वहां की तापमान में कमी आएगी और वातावरण स्वच्छ होगा।पर्यावरण विद् ट्रीमैन सुजीत ने बताया कि मियावाकी पद्धति में एक मीटर स्क्वायर में एक पौधे लगाए जाते हैं। जबकि अन्य पौधे तीन चार मीटर स्क्वायर में लगाए जाते हैं। ट्री मैन ने बताया कि अर्बन फॉरेस्ट कैटेगरी की यह तकनीक इतनी आसन है कि आप बगीचे या आसपास की खुली जगह में भी मियावाकी जंगल उगा सकते हैं। इसमें पेड़ स्वयं अपना विकास करते हैं और तीन वर्ष के भीतर वे अपनी पूरी लंबाई तक बढ़ जाते हैं। वन विभाग ने पौधे उपलब्ध कराया।
मौके पर डॉ वरुण कुमार,डॉ किंकर,एसबीआई,पंजाब बैंक,बैंक ऑफ़ बड़ौदा,एचडीएफसी बैंक,एलआईसी व इफको के प्रतिनिधि,निजी स्कूल के शिक्षक और बच्चे उपस्थित थे।