पटना: बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का मंगलवार को दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन की खबर ने न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश के संगीत प्रेमियों को शोक में डुबो दिया है। शारदा सिन्हा के गाए हुए लोक गीत, विशेष रूप से उनके छठ गीतों ने उन्हें अपार लोकप्रियता दिलाई थी। उनकी आवाज ने लोक संगीत की दुनिया में अमिट छाप छोड़ी है।
बिहार कोकिला शारदा सिन्हा के निधन पर मुख्यमंत्री ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। नीतीश कुमार ने बिहार कोकिला, पद्म श्री एवं पद्म भूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि बिहार कोकिला शारदा सिन्हा मशहूर लोक गायिका थी। उन्होंने मैथिली, बज्जिका, भोजपुरी के अलावे हिन्दी गीत भी गाये थे। उन्होंने कई हिन्दी फिल्मों में भी अपनी मधुर आवाज दी थी। संगीत जगत में उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने 1991 में पद्मश्री और 2018 में पद्मभूषण सम्मान से सम्मानित किया था। स्व० शारदा सिन्हा के छठ महापर्व पर सुरीली आवाज में गाए मधुर गाने बिहार और उत्तर प्रदेश समेत देश के सभी भागों में गूंजा करते हैं। उनके निधन से संगीत के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
मुख्यमंत्री ने स्व० शारदा सिन्हा की आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों, प्रशंसकों एवं अनुयाइयों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
शारदा सिन्हा को उनके अभूतपूर्व संगीत योगदान के लिए पद्म श्री और पद्म विभूषण जैसे प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके थे। उनका संगीत न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में लोक गायन को समृद्ध बनाने के लिए जाना जाता है। विशेष रूप से छठ पूजा के समय उनके गाए गए गीतों ने लाखों लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान बना लिया था। उनके निधन से संगीत जगत में जो रिक्तता उत्पन्न हुई है, वह लंबे समय तक भरने वाली नहीं है। उनके योगदान को सदा याद किया जाएगा।