गयाः एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत आयोजित युवा संगम फेज 5.0 के तहत बिहार राज्य के भ्रमण पर कर्नाटक से आए 50 युवाओं ने दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय सीयूएसबी के प्राध्यापक समन्वयकों के साथ गया के समीप महत्वपूर्ण स्थलों का दौरा किया गया है।कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के संरक्षण में युवा संगम समिति के नॉडल ऑफिसर प्रो. पवन कुमार मिश्रा के नेतृत्व में युवाओं ने ऐतिहासिक स्थलों का भी भ्रमण किया गया है।युवा संगम फेज 5 के तहत कर्नाटक से आए 50 युवाओं ने जब दशरथ मांझी द्वार देखा और उनके कार्य को जाना तो इन युवाओं के दशरथ मांझी की जय के ज्यों से पूरा इलाका गूंज गया है। दशरथ मांझी द्वार का दर्शन करने के बाद इन युवाओं की टीम नालंदा के खंडहरों को भी देखा तथा बिहार की स्वर्णिम प्राचीन विरासत को जान भावविभोर हो गए हैं।आगे युवाओं की टीम ने नव नालंदा महाविहार विश्वविद्यालय का भ्रमण किया तथा वहां शिक्षकों तथा छात्रों के साथ विचार विमर्श में शामिल हुए हैं। आगे युवाओं ने पावापुरी में जल मंदिर का दर्शन किया है। वहां पुजारी ने उन्हें भगवान महावीर के विचार जीने दो और जियो के विचार से अवगत कराया है।विश्वविद्यालय आगमन पर कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह ने कर्नाटक के युवा प्रतिनिधियों का वेलकम किट देकर स्वागत किया गया है। भारत सरकार ने इस कार्यक्रम के जरिए बच्चों को पांच प्रमुख एक्सपोजर देने का लक्ष्य रखा गया है। वो पांच क्षेत्र हैं पर्यटन, परंपरा, प्रगति, परस्पर संपर्क एवं प्रोद्योगिकी| कर्नाटक के प्रतिनिधियों का इन्हीं पांच तत्वों पर आधारित भ्रमण है । एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के लोगों के बीच बातचीत को बढ़ाना और आपसी संवाद को बढ़ावा देना है। इन कार्यक्रमों के जरिए भारत सरकार एक दूसरे राज्यों की भाषा सीखने, संस्कृति, परंपराओं और संगीत, पर्यटन और व्यंजन, खेल और सर्वोत्तम प्रथाओं आदि को साझा करने पर जोर दे रही है ताकि सांस्कृतिक संपर्क के जरिए अनेकता में एकता का भाव बलवती हो।
