पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 4, देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में शामिल हुए। ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम’ में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 173 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए।
आज ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान एवं भू-तत्व विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुयी।
बेतिया के चनपटिया से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि हमारी बेटी की शादी होने के 26 दिनों बाद ही उसके पति,सास-ससुर ने जहर देकर हत्या कर दी। इस मामले में आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का निर्देश दिया।
नवादा से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि लगभग तीन साल पहले मेरे भाई को फोन करके अपने घर बुलाया और उसकी हत्या कर दी तथा घर के पीछे शव को फेंक दिया। इस संबंध में हमने प्राथमिकी भी दर्ज करायी है। जब भी थाने में जाता हूं अधिकारी कहते हैं कि अनुसंधान चल रहा है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मामले की जांचकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
रिविलगंज, सारण की एक महिला ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि मेरे पोते की हत्या कर दी गई है। थाना प्रभारी आरोपियों से मिलकर केस को खत्म करना चाहते हैं। आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बेलागंज, गया के एक व्यक्ति ने शिकायत करते हुए कहा कि अवैध बालू खनन के मामले में सूचना देने वाले को गलत ढंग से फंसाया जा रहा है। तो वहीं सुल्तानगंज, भागलपुर से आए एक व्यक्ति ने शिकायत करते हुए कहा कि हत्या एवं लूट के मामले में मुख्य आऱोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
नासरीगंज, रोहतास से आए एक व्यक्ति ने शिकायत करते हुए कहा कि मेरी निजी जमीन पर कब्जा कर अवैध निर्माण कार्य शुरु किया गया है। वहीं शेखपुरा के एक व्यक्ति ने कहा कि निजी जमीन पर जबरन घर बनाया जा रहा है और रोके जाने पर जान मारने की धमकी दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को इस मामले की जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
कटिहार से आयी एक महिला ने शिकायत करते हुए कहा कि भूमि अधिग्रहण में मुआवजा नहीं मिल रहा है। वहीं माधवापुर, मधुबनी के एक व्यक्ति ने शिकायत करते हुए कहा कि भारत-नेपाल की सीमा के समानांतर सड़क निर्माण को लेकर मेरी अधिग्रहित की गई भूमि का मुआवजा अब तक नहीं मिला है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
ताजपुर, समस्तीपुर से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री के गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी बहन का अपहरण कर लिया गया है, लेकिन अभी तक उसकी घर वापसी नहीं हो पायी है। इस पूरे मामले में पुलिस किसी प्रकार की कोई मदद नहीं कर रही है। वहीं मानपुर, गया से आयी एक महिला ने शिकायत करते हुए कहा कि उसे कुछ लोगों ने नशीला पदार्थ खिलाकर शारीरिक शोषण किया है। मुख्यमंत्री ने मामले की जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
मधेपुर, मधुबनी के एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि सरकारी तालाब का अतिक्रमण कर लिया गया है, इसे अतिक्रमणमुक्त कराया जाए। वहीं मांझी, सारण के एक व्यक्ति ने शिकायत करते हुए कहा कि हमारे यहां के मंदिर की जमीन को दबंग प्रवृति के लोगों ने हड़प लिया है, इसे मुक्त कराया जाए। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को यथोचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
औराई, मुजफ्फरपुर से आए एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि शराब माफियाओं द्वारा अपने शराब को निर्दोष लोगों के यहां रखकर संबंधित थानों में केस कर फंसाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को मामले में जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
प्रतापगंज, सुपौल से आए एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि गांव के कुछ दबंग लोगों ने सरकारी सड़क को जबरदस्ती बंद कर दिया है, जिससे लोगों को आवागमन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
शिवाजी नगर, समस्तीपुर की एक महिला ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि मेरे पति और उनके परिवार के लोगों द्वारा दहेज की मांगकर लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। वहीं एक फरियादी महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि शादी के 8 दिन बीतने के उपरांत ही ससुराल में मारपीट किया जाने लगा। पुलिस की मदद से किसी तरह से हम बचकर निकले हैं। मुख्यमंत्री ने मामले की जांचकर संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री राम सूरत कुमार, खान एवं भू-तत्व मंत्री जनक राम, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक एस0के0 सिंघल, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव,मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ0 एस0 सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह तथा वरीय पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लो उपस्थित थे।