पटना। चिकित्सक दिवस के अवसर पर राज्य के जाने माने 59 चिकित्सकों को बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआईए) ने सम्मानित किया। समारोह के मुख्य अतिथि बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ राजवर्धन आजाद रहे।
बीआईए वर्ष 2015 से लगातार एक जुलाई को चिकित्सक सम्मान समारोह का आयोजन कर रहा है। इस मौके पर चिकित्सकों के साथ बड़ी संख्या में एसोसिएशन के सदस्य भी मौजूद रहे।
बीआईए के अध्यक्ष अरुण अग्रवाल ने चिकित्सों से अनुरोध किया कि गरीबी रेखा के नीचे के वैसे लोग जिनके नाम की अनुशंसा बीआईए आपके पास भेजे, तो वैसे लोगों को कुछ विशेष सहूलियत मिलना संघ के लिए सम्मान की बात होगी। उन्होंने वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान चिकित्सक एवं अन्य चिकित्साकर्मियों के कार्यों की सराहना की।
बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ राजवर्धन आजाद ने चिकित्सा क्षेत्र में आए बदलाव और भविष्य की चुनौतियों पर अपने विचारों को रखा। उन्होंने कहा कि यदि हम तुलनात्मक दृष्टि से देखें तो काफी फर्क आया है, लेकिन अभी बहुत कुछ करना है। राष्ट्रीय औसत से हम काफी पीछे हैं। आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए विशेष कानून बनाने पर जोर दिया।
एसोसिएशन के महासचिव आशीष रोहतगी, उपाध्यक्ष सुबोध कुमार गोयल एवं कोषाध्यक्ष मनीष तिवारी ने भी अपने विचारों को रखा।
सम्मानित होने वालो में जो चिकित्सकों है वो है डॉ. निहारिका सिन्हा (रुमेटोलॉजिस्ट),और डॉ अभिषेक कुमार (मधुमेह रोग विशेषज्ञ).
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने अपने सन्देश में कहा की किसी भी समाज के लिए चिकित्सक आवश्यक है, उन्हें जीवन उद्धारकर्ता माना जाता है। हमारे दैनिक जीवन में हम अक्सर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करते हैं, जो हमारी समझ से बाहर है। हमें इन समस्याओं को समझने और इसे ठीक करने के लिए चिकित्सक से मदद की ज़रूरत होती है।
मंगल पाण्डेय ने सम्मानित चिकित्सकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।