13 मुसलमान-यादव; कानू, तेली, कायस्थ, कलवार, कान्यकुब्ज ब्राह्मण एक नहीं
सुशील कुमार मोदी ने नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल में बाहुबलियों की भरमार कर नीतीश कुमार ने बिहार में डरावने दिनों की वापसी सुनिश्चित कर दी है।
नीतीश कुमार की नई कैबिनेट के शपथ ग्रहण के बाद विपक्षियों ने नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर तंज कसना शुरू कर दिया है। सुशील कुमार मोदी ने नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल में बाहुबलियों की भरमार कर नीतीश कुमार ने बिहार में डरावने दिनों की वापसी सुनिश्चित कर दी है। सुशील कुमार मोदी ने सुरेन्द्र यादव, ललित यादव, रमाकांत यादव और कार्तिकेय कुमार को मंत्री बनाये जाने पर कहा है कि इन लोगों के नाम से इलाके में लोग कांपते हैं। इन लोगों पर आर्म्स ऐक्ट, यौन शोषण, हत्या के प्रयास और अपहरण जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं।
जातिगत असंतुलन का दिया हवाला
सुशील मोदी ने नई कैबिनेट पर जातिगत असंतुलन का आरोप लगाते हुए कहा है कि नया मंत्रिमंडल पूरी तरह असंतुलित है। इसमें एम-वाइ समुदाय के 13 मंत्री ( 33 फीसद) हैं, जबकि कानू, तेली, कायस्थ, कलवार, कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज से एक भी मंत्री नहीं बनाया गया। महागठबंधन-2 में राजपूत और मैथिल ब्राह्मण मंत्रियों की संख्या कम कर दी गयी। शेष जातियों को केवल प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व दिया गया। कोरी समाज के केवल दो मंत्री बनाये गए। जो उपेंद्र कुशवाहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विरासत के दावेदार हैं, वे शपथ ग्रहण के समय नदारद थे।
NDA सरकार में थी सबकी भागीदारी
सुशील कुमार मोदी ने NDA सरकार कि तरफदारी करते हुए कहा कि एनडीए सरकार ने अतिपिछड़ा समाज की रेणु देवी को उपमुख्यमंत्री बनाया था, जबकि महागठबंधन में किसी अतिपिछड़ा को डिप्टी सीएम नहीं बनाया गया। वित्त विभाग राजद को मिलना चाहिए था।
लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप पर कसा तंज
सुशील मोदी ने लालू यादव और उनके बड़े बेटे तेजप्रताप के ऊपर निशाना साधते हुए कहा कि इन सारी विसंगतियों के बावजूद लालू प्रसाद को धन्यवाद कि उन्होंने जनता का मनोरंजन करने के लिए बड़े पुत्र को भी मंत्री बनवा दिया।