बिहार में ‘बड़े भाई’, ‘ छोटे भाई ‘ के नेतृत्व में चली सरकार की नीति से बढ़ी सीमांचल की समस्या : विजय
पटना, 26 सितंबर । बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी के सीमांचल दौरे से स्थानीय लोगों में जो भय के वातावरण का माहौल बन रहा था, उसे दूर करने में सकारात्मक असर पड़ा है।
बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री सिन्हा ने कहा कि सीमांचल क्षेत्र आज लड़कियों के गायब होने, लव जेहाद, धर्म परिवर्तन, घुसपैठियों की संख्या में वृद्धि, पशु तस्करी, मादक पदार्थों और आतंकवादियों के प्रशिक्षण स्थल के रूप में चर्चित हुआ है।
बिहार में 33 साल से सत्ताधारी बड़े भाई और छोटे भाई के नेतृत्व में चली सरकार की सहानुभूति और ऐसे कार्यों को परोक्ष और अपरोक्ष रूप से समर्थन तथा तुष्टिकरण करने वाले वरिष्ठ पदाधिकारियों के इन समस्याओं को नजर अंदाज करने का ही परिणाम है कि घुसपैठियों की संख्या बढ़ी है। स्थिति यह है कि किशनगंज जिले में अल्पसंख्यकों की संख्या जहां करीब 75 प्रतिशत पहुंच गई है वही हिंदुओं की संख्या करीब 25 फीसदी तक आ गई है।
आज जरूरत है कि चर्चित इस क्षेत्र में ऐसी समस्याओं को नजरंदाज करने के बजाय इनकी जांच हो।
भाजपा नेता ने दावा करते हुए कहा कि अब ऐसे लोग रडार पर आएंगे। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री के दौरे के बाद जंगल राज की आहट से लोगों के मन में जो भय का वातावरण तैयार हुआ है,उसे दूर करने में मदद मिलेगी।
इधर, श्री सिन्हा ने कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी से राजद नेता लालू प्रसाद और सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा इस मुलाकात की एक तस्वीर अब तक सामने नहीं आई है।
श्री सिन्हा ने कहा कि जानकारी तो मिली है कांग्रेस ने इन दोनों नेताओं को दुत्कार दिया है। इधर, जदयू के अध्यक्ष ललन सिंह अपने नेता को पीएम बना पाए या नहीं लेकिन उनके आश्रम जाने का इंतजाम कर चुके हैं। वैसे, यह भी तय है कि जदयू के समाप्त होने का अपयश ललन सिंह के मत्थे आयेगा।